सेंट्रल जेल में स्थित उप-डाकघर होगा बंद, चिठिया भी हुई बैरी कैदी होंगे निराश

भागलपुर: चिट्ठी लिखने की परंपरा भले ही अब न रह गयी है, लेकिन जेल में बंद कैदियों को अपना संदेश परिजनों-रिश्तेदारों तक पहुंचाने के लिए आज भी चिट्ठी का ही सहारा है. भागलपुर के सेंट्रल जेल में आनेवाले नजदीकी समय में चिट्ठी से भी नाता टूट जायेगा. वजह यह है कि डाक विभाग ने 60 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2017 11:47 AM
भागलपुर: चिट्ठी लिखने की परंपरा भले ही अब न रह गयी है, लेकिन जेल में बंद कैदियों को अपना संदेश परिजनों-रिश्तेदारों तक पहुंचाने के लिए आज भी चिट्ठी का ही सहारा है. भागलपुर के सेंट्रल जेल में आनेवाले नजदीकी समय में चिट्ठी से भी नाता टूट जायेगा. वजह यह है कि डाक विभाग ने 60 साल से ज्यादा पुराने सेंट्रल जेल उप-डाक घर को बंद करने का फैसला लिया है.

दूसरी ओर इंजीनियरिंग कॉलेज उप-डाकघर को भी बंद करने का निर्णय लिया गया है. इन दोनों उपडाक घर के बंद हो जाने से छात्रों को तो ज्यादा परेशानी नहीं होगी. चूंकि, घर-परिवार से बात करने के लिए उनके पास मोबाइल फोन है. मगर, कैदियों को जेल में मोबाइल फोन रखने अनुमति नहीं है. इसके चलते उन्हें उपडाक घर की सेवा-सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा.

सजायाफ्ता कैदियों की पारिश्रमिक नहीं हो सकेगी पासबुक में जमा : कैदियों को उनकी रुचि के अनुसार अलग-अलग प्रकार के रोजगार उपलब्ध कराये जाते हैं. पासबुक में बंदी के काम के पारिश्रमिक की राशि जमा होती है. डाक अधिकारी के अनुसार सेंट्रल जेल के उपडाक घर में 10 हजार से ज्यादा कैदियों के खाते हैं. उपडाक घर बंद होने के चलते अब बंदी के काम के पारिश्रमिक की राशि जमा नहीं हो सकेगी और न ही उस राशि का उपयोग बंदी जेल से बाहर निकलने के बाद अपने निजी उपयोग के लिए कर सकेगा.
जिले में बच जायेंगे अब 38 उपडाक घर :जिले में वर्तमान में 40 उपडाक घर हैं. इसमें से एक सेंट्रल जेल, तो दूसरा इंजीनियरिंग कॉलेज में है. इन दोनों जगहों पर उपडाक घर बंद हो जाने के चलते अब यहां 38 उपडाक घर ही रह जायेंगे. सरकार एक तरफ डाक घर के विस्तारीकरण की बात करती है, तो दूसरी ओर इसको बंद कर रहा है. डाकघर बंद होने से जेल प्रशासन व इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.
इसलिए बंद होंगे दो उपडाक घर : सेंट्रल जेल व इंजीनियरिंग कॉलेज के उपडाक घर का राजस्व घट गया है. डाकघरों को स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री से ही आय नहीं हो रही है. डाकघरों में काम भी नहीं हो रहा है. अपेक्षित आय नहीं होने के कारण ये घाटे का सौदा साबित हो रहे हैं. इस कारण विभाग बंद करने की योजना बना रहा है.
जीरोमाइल में खुलेगा नया उपडाक घर
डाक विभाग जिरोमाइल में नया उपडाक घर खोलने की योजना बना रहा है. इसके लिए जगह तलाशी जा रही है. विभाग का कहना है कि मौजूदा सेंट्रल जेल व इंजीनियरिंग कॉलेज डाकघरों से डाक विभाग को कमाई तो दूर, इनका खर्च नहीं निकल रहा है, इसलिए विभाग इन्हें नयी जगहों पर पुनर्स्थापित करने की योजना बना रहा है, जिसमें जीरोमाइल नया उपडाक घर होगा. इनसे कमाई हो सकेगी. इसके अलावा दूसरा नवगछिया कोर्ट परिसर में उपडाक घर खोलने की योजना है, जिसको मंजूरी मिल गयी है. यह मार्च में स्थापित होगा.
सेंट्रल जेल और इंजीनियरिंग कॉलेज उपडाक घर से आय नहीं होने के कारण ये घाटे का सौदा साबित हो रहा है. इस कारण विभाग इन्हें शिफ्ट करने की योजना है. दोनों जगहों के बदले जीरोमाइल में नया उपडाक घर के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. जल्द ही हेडक्वार्टर को प्रस्ताव भेजा जायेगा. नवगछिया कोर्ट परिसर के लिए भेजे गये प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है. मार्च तक उपडाक घर खोल दिया जायेगा.
अरविंद कुमार सिंह, डाक अधीक्षक

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