कैसे बदले शहर की सूरत
डेढ़ माह से सभी पार्षद मेयर और डिप्टी मेयर को कह रहे हैं ऑटो ट्रीपर व हाथ ठेला के लिए भागलपुर : शहर के लोगों को निगम की नयी सरकार से काफी उम्मीदें थी कि इस सरकार के गठन के बाद शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर होगी. लेकिन दो माह पूरा होने के बाद […]
डेढ़ माह से सभी पार्षद मेयर और डिप्टी मेयर को कह रहे हैं ऑटो ट्रीपर व हाथ ठेला के लिए
भागलपुर : शहर के लोगों को निगम की नयी सरकार से काफी उम्मीदें थी कि इस सरकार के गठन के बाद शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर होगी. लेकिन दो माह पूरा होने के बाद भी अभी तक नगर सरकार ने एक भी ठोस निर्णय नहीं लिया है. पार्षद केवल आपस में बयानबाजी कर रहे हैं. दो माह में अभी तक निगम में एक ही बैठक सामान्य बोर्ड की हुई है. अभी तक न स्थायी समिति, न ही क्रय समिति की ही बैठक हुई है. सामान्य बोर्ड के निर्णय पर अभी तक पूरी तरह अमल नहीं हो रहा है.
स्थिति यह है कि अभी तक नगर सरकार ने एक झाड़ू खरीद का निर्णय भी नहीं लिया है. डेढ़ माह से सभी वार्ड पार्षद अपने वार्ड में ऑटो ट्रीपर और हाथ रिक्शा तक वार्ड में नहीं आया. आधे से अधिक वार्ड में हाथ रिक्शा तक नहीं हैं, जिससे कूड़ा उठाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. निगम के गोदाम में इसी तरह सौ से अधिक हाथ रिक्शा टूटा पड़ा हुआ है. जिस ठेला को ठीक करने में पांच सौ रुपये लगता है, लेकिन उसे ठीक नहीं कराया गया. स्थिति यह हो गयी है अब ये ठेले कूड़े के भाव में बिकेंगे.निगम में नयी सरकार बने दो माह से अधिक समय हो गये, लेकिन अभी तक न स्थायी समिति न ही क्रय समिति की ही बैठक ही हुई हैं. जबकि हर माह के 15 दिन बाद मेयर सामान्य और क्रय समिति की बैठक होनी चाहिए. निगम में संसाधनों की खरीद के लिए क्रय समिति की बैठक जरूरी है. लेकिन बैठक ही नहीं हो रही है.