बिहार : गंगा की सहायक नदियों में बढ़ रहा पानी, कटाव और बाढ़ से दहशत में लोग

भागलपुर : बिहार के सीमांचल इलाके सहित भागलपुर जिले में गंगा की सहायक नदियों में उफान की वजह से नदी किनारे बसे गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. जानकारी के मुताबिक भागलपुर, मुंगेर में कई जगहों पर गंगा के जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2017 9:58 AM

भागलपुर : बिहार के सीमांचल इलाके सहित भागलपुर जिले में गंगा की सहायक नदियों में उफान की वजह से नदी किनारे बसे गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. जानकारी के मुताबिक भागलपुर, मुंगेर में कई जगहों पर गंगा के जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को दोपहर तीन बजे तक गंगा का जल स्तर 36.83 मीटर दर्ज किया गया था. हालांकि, यह स्तर रविवार के जल स्तर से नौ सेंटीमीटर कम बताया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में दो दिनों से लगातार जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. इसकी वजह से सुपौल जिले के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.

सोमवार को कोसी बराज से एक लाख सत्तर हजार 395 और बराह क्षेत्र से एक लाख दस हजार 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. बताया जा रहा है कि सीमांचल के जिले कटिहार, सुपौल जिले के कई गांव इस जल स्तर की वृद्धि से काफी प्रभावित हैं. उधर महानंदा नदी का कहर भी जारी है. कटिहार जिले से सटी नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. महानंदा नदी के जल स्तर में पचास से तीस सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है.

नदी के निचले इलाके में बसे गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. दूसरी ओर नदी किनारे स्थित गांवों पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है. कुरसेला में गंगा व कोसी के जल स्तर में अचानक वृद्धि होने की वजह से प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने से किसानों के साथ ग्रामीणों की चिंता बढ़ गयी है. इस दौरान हजारों एकड़ की फसल डूबने का अनुमान लगाया जा रहा है. जबकि, नदियों के जल स्तर में वृद्धि से लगातार कटाव की प्रक्रिया भी जारी है.

यह भी पढ़ें-
लालू में सियासी संभावना तलाशने वाले नेताओं को नीतीश की इशारों में चेतावनी, संभल जाएं वरना !

Next Article

Exit mobile version