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लाल खून का काला धंधा: चार नर्सों के खिलाफ शोकॉज

भागलपुर: जिले के भवानीपुर रंगरा चाैक निवासी सोनी देवी को उसके पति द्वारा चार हजार रुपये में खरीदे गये एक यूनिट खून को चढ़ाने वाली चारों नर्सों को हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने प्रथम दृष्ट्या दोषी पाया. स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के बेड नंबर 50 पर भरती सोनी देवी को यहां पर […]

भागलपुर: जिले के भवानीपुर रंगरा चाैक निवासी सोनी देवी को उसके पति द्वारा चार हजार रुपये में खरीदे गये एक यूनिट खून को चढ़ाने वाली चारों नर्सों को हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने प्रथम दृष्ट्या दोषी पाया. स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के बेड नंबर 50 पर भरती सोनी देवी को यहां पर तैनात नर्स शोभा, मंजू, सुप्रिया, सिंधु बाला ने 29 जुलाई को खून चढ़ा दिया था. इन पर आरोप है कि इन नर्सों ने बिन जांचे-परखे सोनी देवी को खून चढ़ा दिया. इस बाबत अधीक्षक डॉ मंडल ने कहा कि चारों नर्सों के खिलाफ शोकॉज जारी कर दिया गया है. लापरवाही सिद्ध होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
बार-बार पकड़े जाते रहे खून के दलाल, नहीं हुई कड़ी कार्रवाई
मायागंज हॉस्पिटल में भरती मरीजों को बाहर से खरीदा गया खून चढ़ाने का मामला पहली बार नहीं हुआ है. बीते पांच साल में एक-दो नहीं बल्कि एक दर्जन बार खून के सौदागर जेएलएनएमसीएच के सुरक्षा गार्डों से लेकर कर्मचारियों के हत्थे चढ़े लेकिन एक बार भी यहां के जिम्मेदारों ने इनके खिलाफ एक्शन लेने की नहीं सोची. अस्पताल सूत्रों की माने तो बीते दो साल के अंदर पांच से छह बार खून के दलाल पकड़े गये. बीते पांच साल में तो पकड़े जाने वाले खून के दलालों की संख्या 22 तक पहुंच गयी है. दलाल पकड़े गये और उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा जाता रहा. पहली बार 31 जुलाई को हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने दो खून के दलालों के खिलाफ बरारी थाने में मुकदमा दर्ज कराया.
सोनी के पति ने मांगी सुरक्षा
मंगलवार को सोनी देवी का पैथोलॉजी जांच कराया गया. जांच में वह पूर्ण स्वस्थ पायी गयी. इसके बाद सोनी देवी को डिस्चार्ज कर दिया गया. इस बाबत सोनी देवी के पति बीरबल दास ने अधीक्षक से मिल कर सुरक्षा की गुहार लगायी. उसका कहना था कि खून के दलाल रास्ते में उसे घेर कर मार सकते हैं. इस पर अधीक्षक ने सोनी देवी के साथ निजी गार्ड भेजा गया.
अब रक्त देने वालों को लाना होगा आधार कार्ड : खून के गंदे कारोबार में खून दलालों की बढ़ रही दखलंदाजी को रोकने के लिए मायागंज हॉस्पिटल ने अब रक्तदाताओं के लिए नये नियम लागू कर दिया है. इस बाबत अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने कहा कि अब ब्लड बैंक में मरीजों के लिए खून लेने वालों को अपने साथ लाये गये डोनर (रक्तदाता) के लिए आधार कार्ड लाना होगा.
अपनों के लिए बाहर से खून नहीं एड्स खरीद रहे लोग : डॉ दिव्या : ब्लड बैंक की प्रभारी डॉ दिव्या सिंह ने मरीजों के परिजनों को किसी भी सूरत में बाहर से खून न खरीदने की अपील की. उन्होंने कहा कि बाहर से खरीदे गये खून बिन जांच के होते हैं. ऐसे में इन खून को चढ़ाने से मरीज को एड्स हो सकता है.

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