गरीब घर की लड़कियों पर डोरे डालते हैं सपनों के सौदागर

नवगछिया : कुछ दिन पहले ही खरीक थाना क्षेत्र के एक गांव से कुछ बच्चियों को मोटरसाइकिल से अपहरण कर लेने का मामला प्रकाश में आया था. इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए लड़कियों को बरामद कर लिया था. करीब चार साल पहले कोसी ढोलबज्जा गांव से पांच लड़कियों के एक साथ अपहरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2017 5:34 AM

नवगछिया : कुछ दिन पहले ही खरीक थाना क्षेत्र के एक गांव से कुछ बच्चियों को मोटरसाइकिल से अपहरण कर लेने का मामला प्रकाश में आया था. इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए लड़कियों को बरामद कर लिया था. करीब चार साल पहले कोसी ढोलबज्जा गांव से पांच लड़कियों के एक साथ अपहरण कर लिए जाने का मामला प्रकाश में आया था. बात सामने आयी थी कि लड़कियों को कुछ धंधेबाज सब्जबाग दिखाकर ले गये थे. उस समय ढोलबज्जा के तत्कालीन थानाध्यक्ष ओम प्रकाश दुबे ने कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर लड़कियों की बरामदगी कर ली थी. इस मामले में नवगछिया के कुछ स्थानीय लड़के भी शामिल थे.

प्लानिंग थी कि लड़कियों को बाहर के शहरों में ले जाकर बेच देना है. सूत्रों की माने तो सपनों के सौदागर नवगछिया के गांव-गांव में घूमते हैं और मौके की तलाश में रहते हैं. ये सौदागर वैसी लड़कियों और महिलाओं पर डोरा डालते हैं जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है. ऐसी लड़कियों और महिलाओं को अपने प्रेम जाल में फंसाकर ऐसे लोग लड़कियों को महानगरों में ले जाकर बेच देते हैं. पिछले दिनों साहू परबत्ता से भी इसी तरह का मामला प्रकाश में आया था. एक महिला को सब्जबाग दिखाकर समस्तीपुर के राजा नाम का युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया था. पुलिस ने छानबीन की तो बात सामने आयी कि वह युवक महिला को बेचने की फिराक में था. पुलिस की दबिश के कारण वह इसमें कामयाब नहीं हो सका. पुलिस ने आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया था. नारायणपुर के प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि मंटू यादव ने नवगछिया पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से जल्द से जल्द दोनों लड़कियों की सकुशल घर वापसी कराने की मांग की है.

लड़कियों के अपहरण की घटना के बाद स्थानीय लोग सवाल उठाने लगे हैं कि क्या अब लड़कियां का अकेले मंदिर जाना भी मुश्किल हो गया है?

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