रक्षा बंधन से पहले भाई से दूर हुई बहना
भागलपुर: अब रितेश के हाथों में रक्षाबंधन बांधने से पहले गिफ्ट कौन मांगेगा. रितेश की कलाई सोमवार को मनाये जानेवाले रक्षाबंधन पर्व पर सूनी तो नहीं रहेगी, लेकिन कोमल का चुलबुले अंदाज में प्यार के साथ राखी बांधने के अंदाज से वह महरूम रहेगा. अब हर साल उसे रक्षाबंधन ऐसा दर्द देगा, जिसकी टीस उसे […]
भागलपुर: अब रितेश के हाथों में रक्षाबंधन बांधने से पहले गिफ्ट कौन मांगेगा. रितेश की कलाई सोमवार को मनाये जानेवाले रक्षाबंधन पर्व पर सूनी तो नहीं रहेगी, लेकिन कोमल का चुलबुले अंदाज में प्यार के साथ राखी बांधने के अंदाज से वह महरूम रहेगा. अब हर साल उसे रक्षाबंधन ऐसा दर्द देगा, जिसकी टीस उसे ताउम्र सालती रहेगी.
गौरतलब हो कि ऐन रक्षाबंधन से पूर्व (रविवार की शाम को)बरारी रेलवे अस्पताल के बगल की कोमल ने फांसी लगाकर जान दे दी. घर में कोमल यादव के अलावा एक और बड़ी बहन व सबसे छोटा नौ साल का रितेश है. पिता विपिन यादव मधेपुरा में रेलवे कर्मचारी हैं. यूं तो कोमल की मौत पर घर का हर शख्स का रो-रोकर बुरा हाल था, लेकिन इन सबमें सबसे ज्यादा रो-रोकर बुरा हाल रितेश व उसकी बड़ी बहन का था.
बड़ी बहन जहां कह-कह कर रो रही थी कि अब रितेश के हाथों में राखी बांधने में उससे होड़ काैन लगायेगा. रितेश यह सुनकर बुरी तरह से फफक कर अपनी बड़ी बहन से लिपट कर रो पड़ता था. रितेश बोल रहा था कि अब राखी बांधने से पहले काैन गिफ्ट मांगेगा. उसे पढ़ाई में सहायता अब कौन करेगा. हर गलतियों पर डांटने वाली दीदी का प्यार उससे दूर चला गया. घरवालों के अनुसार कोमल यादव पढ़ाई में बहुत ही तेज थी. इस साल उसने नवयुग विद्यालय से मैट्रिक बेहतरीन नंबरों से पास की थी.