रात भर अंधेरे में डूबे रहे दर्जनों मोहल्ले

नौ घंटे ब्रेक डाउन, घंटाघर और भीखनपुर फीडर प्रभावित भागलपुर : शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे प्रधान डाकघर के सामने ट्रक के धक्के से पोल क्षतिग्रस्त हो गया. इसके कारण घंटाघर और भीखनपुर फीडर ब्रेक डाउन हो गया. पूरी रात दोनों फीडर के दर्जनों मोहल्ले अंधेरे में डूबे रहे. लगभग नौ घंटे बिजली ठप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2017 5:56 AM

नौ घंटे ब्रेक डाउन, घंटाघर और भीखनपुर फीडर प्रभावित

भागलपुर : शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे प्रधान डाकघर के सामने ट्रक के धक्के से पोल क्षतिग्रस्त हो गया. इसके कारण घंटाघर और भीखनपुर फीडर ब्रेक डाउन हो गया. पूरी रात दोनों फीडर के दर्जनों मोहल्ले अंधेरे में डूबे रहे. लगभग नौ घंटे बिजली ठप रही. रात 11 बजे फेल हुई बिजली दूसरे दिन शनिवार सुबह आठ बजे बहाल हो सकी, तो लोगों ने राहत महसूस की. फ्रेंचाइजी कंपनी के लाइनमैन और इंजीनियर की टीम मामूली फॉल्ट ढूंढ़ नहीं सकी. जो पोल क्षतिग्रस्त हुआ, उस पर दोनों फीडर की लाइन है. धक्का लगने से भीखनपुर फीडर की लाइन का चैनल तार से सट गया था. इस कारण दोनों फीडर ब्रेकडाउन हो गये थे.
फ्रेंचाइजी कंपनी की टीम दोनों फीडर की लाइन का रात भर फॉल्ट ढूंढ़ती रही,लेकिन उन्हें नहीं मिला. उजाला जब हुआ, तो पेट्रोलिंग से लौट कर टीम क्षतिग्रस्त पोल के नजदीक आयी और एक लाइन मैन ने चैनल को तार में सटा देखा. इसके बाद सभी खुद पर अफसोस जताने लगे. चैनल को अपने जगह पर फिट किया, तो दोनों फीडर की बिजली चालू हुई.
ट्रक के धक्के ने सबौर ग्रिड तक की उड़ायी बिजली : ट्रक के धक्के से केवल सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र के दोनों फीडर घंटाघर व भीखनपुर ही नहीं, बल्कि सबौर ग्रिड तक की बिजली उड़ायी थी. कहलगांव एनटीपीसी से जो एक लाख 32 हजार वोल्ट की लाइन सबौर ग्रिड तक आयी है, वह ट्रिप कर गया था. सबौर ग्रिड से सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र तक आने वाली 33 केवी लाइन भी ट्रिप की थी. हालांकि दाेनों हाइटेंशन लाइन 15-20 मिनट में चालू हो गयी, लेकिन इसके घंटाघर व भीखनपुर फीडर रातभर ब्रेकडाउन था.
बारिश में कटती रही फीडरों की बिजली : शनिवार को रूक-रूक कर होनेवाली हल्की बारिश में भी फीडरों की बिजली कटती रही. फ्रेंचाइजी कंपनी ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में आपूर्ति लाइन को इतना भी मेंटेन नहीं कर सका है, जिससे कि हल्की बारिश को झेल सके. मिरजानहाट फीडर घंटों बंद रही. खरमनचक फीडर से कट-कट कर बिजली मिलती रही. खलीफाबाग फीडर की बिजली अधिकतर समय प्रभावित रही है.

Next Article

Exit mobile version