न्यूज रीडर को मिली बच्ची छलक गये खुशी के आंसू
भागलपुर : कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश शिव गोपाल मिश्रा की कोर्ट में बुधवार को मॉरिशस से आये रजनी बाई भिकुर को रामानंदी हिंदू अनाथालय की तीन वर्षीय बच्ची को गोद लेने की प्रक्रिया को लेकर सुनवाई हुई. दत्तक ग्रहण अधिनियम के तहत कोर्ट में सुनवाई के बाद बाहर आयी मॉरिशस की रजनी बाई भिकुर […]
भागलपुर : कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश शिव गोपाल मिश्रा की कोर्ट में बुधवार को मॉरिशस से आये रजनी बाई भिकुर को रामानंदी हिंदू अनाथालय की तीन वर्षीय बच्ची को गोद लेने की प्रक्रिया को लेकर सुनवाई हुई. दत्तक ग्रहण अधिनियम के तहत कोर्ट में सुनवाई के बाद बाहर आयी मॉरिशस की रजनी बाई भिकुर ने बताया कि तीन साल की बच्ची से ही अपने सपने को पूरा करूंगी और उसे बेहतर शिक्षा दूंगी. बच्ची को गोद लेने के बाद खुश रजनी के आंख में आंसू छलक उठे.
रजनी मॉरिशस की रेडियो व टेलीविजन में न्यूज रीडर के रूप में काम करती है. उसने कहा कि पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार के मॉरिशस दौरे में वह भोजपुरी कार्यक्रम में एंकर के रूप में थी. उसने प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में भी एंकरिंग की है. 41 वर्षीय रजनी ने शादी नहीं की है. उसने अपनी बच्ची का नाम भवनीश्वरी बाई भिकुर रखा है. वर्ष 2014 में मालदा में रेलवे ट्रैक पर बच्ची मिली थी. उस समय उसकी हालत काफी खराब थी. छह से आठ महीने तक पीएमसीएच में भरती रखा गया था. बच्ची को एक ही किडनी है. वर्ष 2015 में कारा की वेबसाइट द्वारा माॅरीशस की रजनी बाई ने बच्ची गोद लेने के लिए आवेदन दिया था.