सृजन का फर्जीवाड़ा टेकओवर के बाद होगा ”ऑपरेशन”
सीबीआइ जांच. इओयू की पूछताछ में शामिल लोग फिर घेरे में भागलपुर : सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के जरिये सरकारी राशि के घोटाले की जांच अब सीबीआइ को मिलनेवाली है. अभी इस मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम कर रही है. जांच में भागलपुर पुलिस सहयोग कर रही है. लेकिन […]
सीबीआइ जांच. इओयू की पूछताछ में शामिल लोग फिर घेरे में
भागलपुर : सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के जरिये सरकारी राशि के घोटाले की जांच अब सीबीआइ को मिलनेवाली है. अभी इस मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम कर रही है. जांच में भागलपुर पुलिस सहयोग कर रही है. लेकिन सीबीआइ की जांच शुरू होने के बाद सृजन के मामले का अंदर तक ऑपरेशन होगा. सीबीआइ के आने का मतलब पूरे मामले को कई टेस्ट से गुजरना होगा. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआइ को जांच की जिम्मेवारी मिलने के बाद सीबीआइ टीम के अधिकारी केस को टेकओवर कर लेंगे. अब तक जो प्राथमिकी, जांच हुई है, केस डायरी हुई है, जांच रिपोर्ट तैयार की गयी है और जांच में अभी तक जो भी साक्ष्य जुटाये गये हैं, वो तमाम चीजें स्थानीय जांच टीम व पुलिस सीबीआइ को सौंप देगी.
कई दफा हो सकती है पूछताछ: सीबीआइ छापामारी व गिरफ्तारी में स्थानीय पुलिस की मदद भी ले सकती है. जिन लोगों से स्थानीय जांच एजेंसी ने पूछताछ कर ली है, उन्हें सीबीआइ के समक्ष आगे भी कई दफा उपस्थित होना पड़ सकता है. यही नहीं, कई लोगों को जेल भेजा गया है. सीबीआइ को लगेगा कि जांच में जेल गये लोगों से कुछ जानकारी मिल सकती है, तो उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है.
पूरे मामले को कई टेस्ट से गुजारेगी सीबीआइ
स्थानीय जांच टीम व पुलिस सीबीआइ को सौंपेगी अब तक की
जांच िरपोर्ट व जुटाये
गये साक्ष्य
जिम्मेवारी मिलने के 15 दिनों के भीतर जांच शुरू
सीबीआइ को जांच की जिम्मेवारी मिलने के बाद उसे टीम गठित करने तक में एक सप्ताह का समय लग सकता है. इसके बाद सीबीआइ को केस टेकओवर करने में कम से कम एक सप्ताह लग सकता है. ऐसे में माना जा रहा है कि अगर सरकार इसे गंभीरता से लेती है, तो इस महीने सीबीआइ की जांच शुरू हो जाने की प्रबल संभावना है.