सृजन घोटाला : दो बैंक मैनेजर व पूर्व डीसीओ हिरासत में लिये गये
भागलपुर : सृजन घोटाले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की टीम लगातार छापामारी कर रही है. इसका दायरा भागलपुर से बढ़कर पहले सहरसा, सुपौल, बांका तक बढ़ गया है. तीन दिन पहले सहरसा में भी राशि गड़बड़ी को लेकर देर रात प्राथमिकी दर्ज हुई थी. शनिवार को इओयू की टीम पुलिस के साथ भागलपुर के […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
August 19, 2017 10:08 PM
भागलपुर : सृजन घोटाले को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की टीम लगातार छापामारी कर रही है. इसका दायरा भागलपुर से बढ़कर पहले सहरसा, सुपौल, बांका तक बढ़ गया है. तीन दिन पहले सहरसा में भी राशि गड़बड़ी को लेकर देर रात प्राथमिकी दर्ज हुई थी. शनिवार को इओयू की टीम पुलिस के साथ भागलपुर के अलावा सुपौल व बांका भी पहुंची.
सुपौल स्थित आवास से वहां के जिला सहकारिता पदाधिकारी पंकज कुमार झा, भागलपुर के सच्चिदानंदनगर कॉलोनी से को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व मैनेजर सुधांशु कुमार दास व बांका स्थित को-ऑपरेटिव बैंक से बैंक के मैनेजर विजय कुमार गुप्ता को जांच टीम ने संबंधित जिले की पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया. भागलपुर को-ऑपरेटिव बैंक के एकाउंट मैनेजर उपाध्याय, बैंककर्मी बुद्धदेव रजक को हिरासत में लिया गया.
भागलपुर को-ऑपरेटिव बैंक की कर्मी शमा परवेज व कहलगांव को-ऑपरेटिव बैंक की मैनेजर सुनीता कुमारी को पूछताछ के लिए बुलाया गया. भागलपुर को-ऑपरेटिव बैंक में भी जांच-पड़तालचली. बांका व सुपौल पुलिस ने वहां हुई गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है. इससे पूर्व पुलिस सृजन मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
बता दें कि सहकारिता विभाग के 48 करोड़ 75 हजार रुपये के घोटाले का कनेक्शन सृजन से जुड़े होने का खुलासा हुआ था. सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित खाते से घोटाला किये जाने का मामला थाने में दर्ज होने के बाद से जांच की जा रही है.
पंकज के घर से मिले 3.12 लाख
सुपौल के वर्तमान जिला सहकारिता पदाधिकारी पंकज कुमार झा पूर्व में भागलपुर के भी जिला सहकारिता पदाधिकारी रह चुके हैं. सुपौल स्थित आवास से उनकी गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद विभाग में खलबली मच गयी. उनके आवास से पुलिस ने 3.12 लाख रुपये बरामद किये. बांका का-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक विजय कुमार गुप्ता की गिरफ्तारी गिरफ्तारी के समय बांका टाउन थानाध्यक्ष राकेश रंजन भी मौजूद थे. प्रबंधक की गिरफ्तारी की पुष्टि बांका एसपी चंदन कुशवाहा ने की. भागलपुर सेंट्रल काे-ऑपरेटिव बैंक के एमडी सुभाष कुमार के निर्देश पर बैंक के स्थापना क्लर्क मिथिलेश कुमार जायसवाल ने आदमपुर थाने में बैंक के 48 करोड़ 75 लाख रुपये के घोटाले का मामला दर्ज कराया था.
अमित, प्रिया व विपिन की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित
पुलिस ने दो टीम का गठन किया है, जिसे अमित कुमार, प्रिया कुमार व विपिन शर्मा को पकड़ने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. इनमें एक टीम को रांची, तो दूसरी को पटना के लिए रवाना कर दिया गया है. सूचना है कि अमित कुमार और प्रिया कुमार रांची में कहीं छिपे हुए हैं, जबकि विपिन के पटना में छिपे होने की खबर है. ज्ञात हो कि प्रिया कुमार अपनी सास मनोरमा देवी की मौत के बाद सृजन संस्था की सचिव बनी थीं और उनके पति अमित कुमार कारोबार संभालते थे. विपिन शर्मा को इस मामले में बड़ा हिस्सेदार माना जा रहा है.
सोमवार से सीबीआइ जांच संभव : एजीएम
बैंक ऑफ बड़ौदा के एजीएम अमित कुमार ने बताया कि सोमवार या मंगलवार से सीबीआइ की जांच शुरू हो जायेगी. सीबीआइ जांच की सिफारिश मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से की थी.