कहलगांव में जल संकट परेशानी. फिल्टर हाउस का मोटर खराब
कहलगांव : कहलगांव नगर में पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है. पिछले तीन दिनों से यहां के लोग पानी के लिए मारामारी कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार पूरबटोला स्थित पीएचइडी के फिल्टर हाउस में लगे 35 एचपी का मोटर के जल जाने से समस्या उत्पन्न हुई है. विभाग के मेकैनिकल अधिकारी ने बताया […]
कहलगांव : कहलगांव नगर में पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है. पिछले तीन दिनों से यहां के लोग पानी के लिए मारामारी कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार पूरबटोला स्थित पीएचइडी के फिल्टर हाउस में लगे 35 एचपी का मोटर के जल जाने से समस्या उत्पन्न हुई है. विभाग के मेकैनिकल अधिकारी ने बताया कि मोटर ठीक करने के लिए भागलपुर भेजा गया है. सोमवार तक मोटर ठीक होकर आ जायेगा. इसके बाद जलापूर्ति में सुधार हो जायेगा.
50 हजार की आबादी के लिए एकमात्र साधन : लगभग 50 हजार की शहरी आबादी को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एकमात्र साधन सैतपुर कुलकुलिया स्थित पीएचइडी का मोटर पंप हाउस है. मोटर खराब होने के बाद से इस पंप हाउस के जरिये पूरे शहर को दोनों पालियों में अभी मात्र 50 हजार गैलन पानी की आपूर्ति की जा रही है, जबकि शहर में प्रतिदिन पानी की खपत पांच-छह लाख गैलन है. ऐसे लोग जो सप्लाइ के पानी के भरोसे ही हैं, उन्हें काफी परेशानी हो रही है. पिछले तीन दिनों से सुबह-शाम पानी भरने के लिए स्टैंडपोस्ट पर लोगों की भीड़ जुटी
रहती है. 10-15 मिनट में जलापूर्ति बंद हो जाती है, जिससे ज्यादातर लोगों को खाली डब्बा व बाल्टी लेकर घर लौटना पड़ता है. सभी 17 वार्डों में पानी के लिए मारामारी की स्थिति है. लोग दूसरों के घरों से पानी का इंतजाम कर किसी तरह गुजारा कर रहे हैं.
1500 अवैध कनेक्शन : नगर पंचायत क्षेत्र में लगभग 1500 अवैध वाटर कनेक्शन हैं, जो वैध कनेक्शन वालों के समस्या उत्पन्न करते हैं.
2012 से ही पेयजल संकट से जूझ रहे नगरवासी : नगरवासी पिछले पांच साल से पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं. वर्ष 2012 में आयी बाढ़ में शहर के काली घाट स्थित इंटेकवेल गंगा में समा गया था. तब से शहर में पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी. समस्या के समाधान के लिए प्रशासनिक स्तर पर भी कोई ठोस पहल नहीं की गयी. शहर में कई जलमीनार निर्माण को लेकर पूर्व में बनी योजना भी ठंडे बस्ते में है.
कहते हैं पीएचइडी के जेइ
पीएचइडी के जेइ अमोध कुमार ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार शहरी जलापूर्ति की सारी जिम्मेदारी अब नगर पंचायत की है, लेकिन नगर पंचायत प्रशासन इसको लेकर गंभीर नही है.
कहते हैं कार्यपालक पदा
नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि पीएचइडी से जलापूर्ति से संबंधित विवरणी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.