बिजली संकट से उबले लोग, हंगामा

भागलपुर : जिला स्कूल के सामने टीटीसी विद्युत उपकेंद्र में पिछले दो दिनों से पावर ट्रांसफॉर्मर खराब है. इसको दुरुस्त करने के बजाय नजरअंदाज करना फ्रेंचाइजी कंपनी को महंगा पड़ा. बिजली संकट झेल रहे नयाबाजार और मशाकचक फीडर से जुड़े लोग रविवार रात लगभग नौ बजे उपकेंद्र पर जम कर हंगामा किया. फ्रेंचाइजी कंपनी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2017 10:48 AM
भागलपुर : जिला स्कूल के सामने टीटीसी विद्युत उपकेंद्र में पिछले दो दिनों से पावर ट्रांसफॉर्मर खराब है. इसको दुरुस्त करने के बजाय नजरअंदाज करना फ्रेंचाइजी कंपनी को महंगा पड़ा. बिजली संकट झेल रहे नयाबाजार और मशाकचक फीडर से जुड़े लोग रविवार रात लगभग नौ बजे उपकेंद्र पर जम कर हंगामा किया. फ्रेंचाइजी कंपनी के अधिकारियों को फोन पर खरी खोटी सुनायी. निर्बाध आपूर्ति का भरोसा नहीं मिलने पर उपकेंद्र के ऑपरेटरों को खदेड़ दिया.
इससे कुछ देर के लिए उपकेंद्र में अफरातफरी मच गयी. इसके बावजूद कोई नहीं पहुंचे, तो अगले दिन फिर आने की चेतावनी देकर लौट गये. अभय घोष सोनू, दीपक घोष के नेतृत्व में पहुंचे प्रदर्शनकारी प्रभात कुमार सिंह, जयंत कुमार मजूमदार, अजय घोष आदि ने बताया कि सप्ताह भर से कोई न कोई बहाना बना अघोषित बिजली कटौती हो रही है. यहां आने पर पता चला कि दो दिनों से पावर ट्रांसफॉर्मर खराब है. इसको दुरुस्त करने के बजाय नजरअंदाज किया गया है.
पूछने पर बताया जाता है कि सात-आठ दिन लगेगा. यह लापरवाही नहीं मनमानी है. मोहल्ले के लोग बिजली संकट से उबल रहे है और कंपनी को इसकी कोई फिक्र नहीं है. ऐसा लगता है कि कंपनी के ऊपर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है. बिजली संकट से लोगों का हाल बुरा है. पीने का पानी तक नहीं मिल रहा है. बूढ़ानाथ, खरमनचक, नयाबाजार, दीपनगर चौक, ढेवर गेट सहित दर्जनों इलाके के लोग बिजली-पानी संकट से जूझने को विवश हैं. कंपनी के अधिकारी एसी में बैठक कर मौज कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि कंपनी की मनमानी नहीं चलेगी. निर्बाध आपूर्ति अगर नहीं हुई, तो उन्हें यहां से भगा कर दम लेंगे. चाहे इसके लिए सड़क पर क्यों न उतरना पड़े.
हंगामा करने पहुंचे, तो बीइडीसीपीएल की खुली पोल : बिजली संकट पर जब हंगामा करने पहुंचे, तो उन्हें यह पता चला कि उपकेंद्र में पावर ट्रांसफॉर्मर दो दिनों से खराब है. मगर, इसको ठीक नहीं कराया जा रहा है.
लोग इस बात से भी आश्चर्यचकित हुए, जब ऑपरेटरों से जानकारी मिली कि पावर ट्रांसफॉर्मर का केवल लूप कटा है. फ्रेंचाइजी कंपनी की जब पोल खुली, तो लोगों का गुस्सा सातवें अासमान पर पहुंच गया और हंगामे को तेज कर दिया. इस पर कंपनी के अधिकारी ने सोमवार से मरम्मत कराने की बात कही है.
आधे शहर को दो दिनों से ढाई घंटे पर आधे घंटे मिल रही बिजली : टीटीसी उपकेंद्र में पांच एमवी का एक पावर ट्रांसफॉर्मर खराब होने के बाद यहां अब दृूसरे पांच एमवी के पावर ट्रांसफॉर्मर से मशाकचक, खलीफाबाग व नयाबाजार फीडर को बिजली अापूर्ति हो रही है.
पहले जहां दो पावर ट्रांसफॉर्मर से फीडराें को बिजली आपूर्ति होती थी, वहीं अब एक से होने चलते बिजली कटौती होने लगी है. बिजली कटौती का सिलसिला दो दिनों से जारी है. दो घंटे पर आधा घंटे ही बिजली मिल रही है. एक समय में कोई एक फीडर ही बिजली सप्लाई के लिए चालू रहता है. खलीफाबाग से उर्दू बाजार, मानिक सरकार चौक, नयाबाजार यानी आधे शहर में बिजली संकट गहरा गया है.
लोगों को दिन भर बिजली ने दिया कष्ट
सप्ताह भर के बाद भी बिजली की आपूर्ति पटरी पर नहीं लौट सकी है. रविवार को पूरे दिन लोगों को बिजली ने लोगों को कष्ट दिया. निर्बाध आपूर्ति करने का दावा करने वाली कंपनी ने 10 घंटे की कटौती की, जिससे लोगों परेशान रहे. हर आधा घंटे पर एक घंटे की कटौती की. कटौती करने का कोई ठोस कारण नहीं मिला, वहां ऑपरेटरों को भरोसे में लेकर ट्रिपिंग कराती रही. सबसे ज्यादा भीखनपुर, घंटाघर, मिरजानहाट फीडर की बिजली आपूर्ति चरमरायी रही. कुछ इलाके में जब बिजली मिल रही थी, तो वहां लोग लो वोल्टेज से परेशान थे.
कचहरी चौक : लो टेंशन तार पर गिरा 11 हजार वोल्ट का तार, अफरातफरी
कचहरी चौक से भीखनपुर जाने वाले रास्ते पर एक मॉल के नजदीक रविवार देर रात लगभग नौ बजे हाइटेंशन तार टूट कर लो टेंशन तार पर गिर पड़ा.
इससे आग की लपटें उठने लगी. करंट के चपेट में आने से कई गाड़ियां बाल-बाल बची. सड़क पर तार गिरे रहने से मार्ग अवरूद्ध हो गया. गाड़ी से निकल कर लोग भागने को विवश हो गये. इस अफरातफरी में सड़क पर जहां तहां गाड़ियां खड़ी हो गयी. इससे जाम लग गया. लोगों के अथक प्रयास के बाद भी फ्रेंचाइजी कंपनी के कस्टमर केयर को फोन नहीं लगा. कंपनी ने जो नंबर जारी किया वह व्यस्त आ रहा था. ऐसी स्थिति में स्थानीय लोग सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र जाकर भीखनपुर फीडर की बिजली बंद करायी, इसके बाद जाम हटा. दिलचस्प बात यह है कि ऑपरेटरों की सूचना पर भी इंजीनियर ने पहुंचने में देरी कर दी. इसके चलते समय से न तो तार हटा और न ही फीडर चालू हो सका. रात लगभग 12 बजे तक बिजली आपूर्ति ठप रही. भीखनपुर और आसपास इलाके अंधेरे में डूबे रहे.

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