सीबीआइ की टीम ने अपने कब्जे में लिये दस्तावेज
सृजन घोटाले में 10 एफआइआर दर्ज शनिवार की देर शाम भागलपुर पहुंची सीबीआइ की टीम. भागलपुर / पटना : सृजन समिति, बैंक कर्मी और सरकारी विभागों के कर्मचारियों की ओर से सैकड़ों करोड़ सरकारी राशि की धोखाधड़ी मामले में दर्ज हुए केस की जांच के लिए सीबीआइ की टीम शनिवार की देर शाम भागलपुर पहुंची. […]
सृजन घोटाले में 10 एफआइआर दर्ज
शनिवार की देर शाम भागलपुर पहुंची सीबीआइ की टीम.
भागलपुर / पटना : सृजन समिति, बैंक कर्मी और सरकारी विभागों के कर्मचारियों की ओर से सैकड़ों करोड़ सरकारी राशि की धोखाधड़ी मामले में दर्ज हुए केस की जांच के लिए सीबीआइ की टीम शनिवार की देर शाम भागलपुर पहुंची. आधा दर्ज अधिकारी एसएसपी आवास पर पहुंचे. उन्होंने एसएसपी से कुछ देर तक मामले की जानकारी ली और पुलिस एवं इओयू की आेर से तैयार किये गये दस्तावेज को अपने कब्जे में ले लिया. एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि सीबीआइ के और अधिकारी भागलपुर आयेंगे. सीबीआइ की टीम के आने पर सभी डीएसपी भी वहां पहुंचे. एसडीएम भी सर्किट हाउस पहुंचे. सीबीआइ की टीम…
सीबीआइ की टीम कुछ ही देर बाद एसएसपी आवास से निकल गयी. इस बात की संभावना है कि टीम शनिवार रात से ही विभिन्न जगहों पर जांच और छापेमारी के लिए जायेगी. भागलपुर पहुंची सीबीआइ की टीम का नेतृत्व एसएसपी एस मणि कर रहे हैं.
सीबीआइ ने दर्ज की 10 एफआइआर, एसपी किरण एस को मिली जिम्मेवारी
सीबीआइ ने सृजन घोटाले मामले में एफआइआर दर्ज कर ली है. इस मामले में फिलहाल 10 अलग-अलग एफआइआर दर्ज की गयी हैं, जिनमें सृजन संस्थान की भूतपूर्व सचिव मनोरमा देवी, सृजन की मौजूदा सचिव समेत इसमें काम करने वाले सभी स्तर के कर्मचारी, कई बैंकों के ब्रांच मैनेजर, सहरसा भू-अर्जन कार्यालय के तत्कालीन कैशियर, बड़ा बाबू समेत अन्य स्तर के सरकारी और बैंक कर्मियों को मुख्य रूप से अभियुक्त बनाया गया है. दस एफआइआर में नौ भागलपुर में और एक सहरसा में दर्ज किया गया है.
दिल्ली में तैनात सीबीआइ की भ्रष्टाचार निरोध इकाई की एसपी किरण एस को इसके जांच की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. इनके नेतृत्व में कई डीएसपी की अलग-अलग टीम तैयार की गयी है, जो इस मामले की जांच अनेक पहलुओं पर करेगी. एफआइआर दर्ज होने के बाद शनिवार की शाम को ही सीबीआइ की पांच सदस्यीय टीम सहरसा भी पहुंच गयी है. जिन बैंक शाखाओं के ब्रांच मैनेजर समेत अन्य कर्मियों को अभियुक्त बनाया गया है, उसमें सहरसा के बैंक ऑफ बड़ौदा, भागलपुर के घंटाघर आरपी रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा और पटल बाबू पथ स्थित इंडियन बैंक शाखा शामिल हैं.
जल्द दर्ज होगी कुछ अन्य एफआइआर : सीबीआइ जल्द ही इस मामले में चार-पांच अतिरक्ति एफआइआर दर्ज कर सकती है. इसमें घोटाले में शामिल अन्य स्तर के कई दूसरे लोगों को अभियुक्त बनाया जा सकता है. इस बात की पूरी संभावना बन रही है कि भागलपुर से जुड़े कुछ बड़े ओहदेदार और सफेदपोश भी इसमें मुख्य अभियुक्त बनाये जा सकते हैं. फिलहाल सीबीआइ इस मामले में कई स्तर पर गहन तहकीकात करने के मूड में है. इसके बाद ही अन्य एफआइआर दर्ज की जायेगी. इस मामले की जांच के सिलसिले में सीबीआइ की अभी कई टीमें अलग-अलग जिलों और स्थानों पर मौजूद सरकारी कार्यालयों का भ्रमण कर सकती हैं.
… और पुलिस की भूमिका हो जायेगी समाप्त : एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि सीबीआइ की टीम ने अपना काम शुरू कर दिया है. सृजन से संबंधित दर्ज हुए केस के आइओ से सभी केस की जिम्मेवारी सीबीआइ के लेने के बाद पुलिस की इस मामले में जिम्मेवारी खत्म हो जायेगी. रविवार दोपहर तक सभी कांडों की जिम्मेवारी सीबीआइ ले लेगी है, ऐसी संभावना है.
सीबीआइ के पहुंचते ही हड़कंप : सीबीआइ की टीम के भागलपुर पहुंचने की खबर फैलते ही शहर में उन लोगों के बीच हड़कंप मच गया, जिनका कहीं न कहीं से सृजन घोटाले से संबंध है. जेल भेेजे गये अभियुक्तों के परिजनों में भी भय व्याप्त है. सीबीआइ की टीम कब, कहां और किससे पूछताछ के लिए पहुंच जायेगी, यह कोई नहीं बता सकता. जांच शुरू करने के बाद सीबीआइ की टीम कई जगहों पर छापेमारी के लिए जायेगी और कई लोगों के नाम भी सामने आयेंगे.
जांच के लिए आ रही सीबीआइ टीम
सहरसा. जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि सृजन घोटाला जांच के लिए पांच सदस्यीय सीबीआइ की टीम शनिवार को ही सहरसा आ रही है, जबकि भागलपुर से ऑडिट की टीम पहुंच चुकी है. उन्होंने बताया कि 28 अगस्त तक जिले के सभी निकासी व व्ययन पदाधिकारियों से खाते का प्रतिवेदन मांगा गया है.
इसमें 75 प्रतिशत से अधिक प्रतिवेदन प्राप्त हो चुका है. उन्होंने कहा कि प्राप्त प्रतिवेदन में किसी तरह की हेराफेरी या गबन का मामला नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी मुख्य कार्यालयों का जांच प्रतिवेदन मिल चुका है. जिन निकासी व व्ययन पदाधिकारियों की ओर से प्रतिवेदन समय पर नहीं दिया जायेगा,
उनका वेतन अवरुद्ध करते हुए स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. उन्होंने बताया कि 28 अगस्त को रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी जायेगी. 190 डीडीओ में से 114 डीडीओ की ओर से प्रपत्र ए में प्रतिवेदन समर्पित कर दिया गया है. वहीं उन्होंने बताया कि मत्स्यगंधा झील के सौंदर्यीकरण के लिए 36 लाख की राशि से वुडको जल्द ही कार्य प्रारंभ करेगा. जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल शनिवार को कार्यालय वेश्म में प्रेस वार्ता में बोल रहे थे.
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बीएयू का गेस्ट हाउस होगा सीबीआइ का दफ्तर
सृजन घोटाले की जांच करने शनिवार की देर शाम भागलपुर पहुंची सीबीआइ टीम सबौर स्थित बीएयू गेस्ट हाउस में ठहरेगी. यही गेस्ट हाउस सीबीआइ का दफ्तर भी होगा. गेस्ट हाउस से सृजन घोटाले संबंधी जांच कार्य किये जायेंगे.