भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में शोध छात्रों की सुविधा के लिए शोध कक्ष का निर्माण हुआ था, लेकिन छात्रों के यहां नहीं आने से शोध कक्ष वर्षों से बंद है. शोध की सारी व्यवस्था होने के बावजूद शोध छात्रों द्वारा इन कक्षों का उपयोग नहीं करना उनके शोध की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करता है. विवि के सेंट्रल लाइब्रेरी में शोध छात्रों के लिए 11 शोध कक्षों का निर्माण कराया गया था. शोध कक्ष धूल व झोल से पटा है. कक्ष के अंदरूनी हिस्से का रंग व प्लास्टर झड़ने लगा है.
पिछले पांच साल में शोध छात्रों के द्वारा दो से तीन शोध कक्ष बुक कराया गया था. वर्ष 2017 में अबतक एक भी शोध कक्ष बुक नहीं कराया गया है. जानकार बताते हैं कि शोध छात्रों की संख्या जरूर बढ़ी है, लेकिन रिसर्च की पढ़ाई के लिए बना शोध कक्ष का उपयोग छात्र नहीं कर रहे हैं. ऐसे में शोध की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा होता है.
लाइब्रेरी में आठ से दस हजार शोध पत्र है जमा : लाइब्रेरी के जानकार बताते है कि सभी विषयों को मिला कर लाइब्रेरी में आठ से 10 हजार शोध पत्र जमा है. शोध छात्र किसी प्रकार की जानकारी शोध पत्र से ले सकते हैं.
दो शोध छात्रों ने बुक कराया था शोध कक्ष : जानकारी के अनुसार पांच साल पूर्व में दो शोध छात्रों ने शोध कक्ष बुक कराया था. इसमें एक छात्र मधेपुरा व दूसरा जमुई का था. इसके बाद शोध कक्ष बुक कराने अबतक कोई शोध छात्र नहीं आया है.
शोध कक्ष में क्या है व्यवस्था
शोध कक्ष में पढ़ाई के लिए टेबल व कुरसी की व्यवस्था है. पंखा लगा है. रिसर्च से जुड़ी किताब व आलेख रखने के लिए रैक की व्यवस्था है. शोध कक्ष में बाहरी छात्रों का प्रवेश प्रतिबंध है. शोध छात्र यहां शांति से रिसर्च की पढ़ाई कर सकते हैं.
कक्ष के लिए कराना होता है रजिस्ट्रेशन
शोध छात्रों को पहले लाइब्रेरी में शोध कक्ष के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है. रजिस्ट्रेशन फीस 450 रुपये छात्रों से ली जाती है. लाइब्रेरी खुलने से बंद होने तक शोध कक्ष में छात्र पढ़ाई कर सकते हैं.