भागलपुर को तीन बड़े कांडों ने झकझोर दिया
भागलपुर : सृजन घोटाला भागलपुर की तीसरी सबसे बड़ी घटना मानी जाती है, जिसने भागलपुर को झकझोर कर रख दिया. इससे पहले भी दो कांडों ने इस शहर को सोचने पर मजबूर कर दिया था. अब तक दो बड़े कांडों में पुलिस द्वारा या न्यायिक जांच हुई थी. पहली बार भागलपुर में हुई घटना की […]
भागलपुर : सृजन घोटाला भागलपुर की तीसरी सबसे बड़ी घटना मानी जाती है, जिसने भागलपुर को झकझोर कर रख दिया. इससे पहले भी दो कांडों ने इस शहर को सोचने पर मजबूर कर दिया था. अब तक दो बड़े कांडों में पुलिस द्वारा या न्यायिक जांच हुई थी. पहली बार भागलपुर में हुई घटना की जांच सीबीआइ कर रही है. यहां जांच के लिए अब तक दो बार सीबीआइ आयी है, लेकिन वह मामला झारखंड में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति से जुड़ा था. अब सृजन के द्वारा की गयी घटना ने हर वर्ग को सोचने पर मजबूर कर दिया है. हर घर, हर कार्यालय, हर चौराहे पर अभी बस सृजन के कारनामे की ही चर्चा है. लोग अवाक हैं.
भागलपुर दंगा की हुई थी न्यायिक जांच : 89 का दंगा लोग आज भी नहीं भूल पाये हैं. उसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान गयी. कई बेसहारा हो गये. कानून की गिरफ्त में कई लोग आये. उस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. आज भी लोग उसे याद कर सिहर उठते हैं. लेकिन इस शहर में उसके बाद जहां कहीं भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश भी हुई, तो बड़े-बुजुर्ग खुद आगे आकर मामले को थाम लिया.
तोमर की फर्जी डिग्री : दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय द्वारा दी गयी लॉ की डिग्री फर्जी होने का मामला देश भर में सुर्खियों में छा गया. विवि की जम कर किरकिरी हुई. दिल्ली पुलिस के पसीने छूट गये डिग्री से जुड़े कागजात जुटाने में. इस घटना से दिल्ली की सियासत भी गरमा गयी थी. मामला हाइकोर्ट में चल रहा है.
घोटाले का सृजन
सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड द्वारा करोड़ों के घोटाले ने कई जांच टीम को भागलपुर में उतार दिया. सरकारी राशि के हुए घोटाले की अब तक आर्थिक अपराध इकाई, वित्त विभाग, बैंकों की आंतरिक जांच कमेटी, महालेखाकार की टीम, पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा जांच की जा चुकी है. जांच में घोटाले की रकम इतनी अधिक हो गयी कि जांच करने के लिए सरकार को सीबीआइ को बुलाना पड़ गया.