सीबीआइ ने भागलपुर डीएम से ली जानकारी सृजन का फर्जीवाड़ा
भागलपुर : सृजन महिला विकास सहयोग समिति के पदाधिकारी, बैंकों और सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मियों की मिलीभगत से सरकारी राशि के गबन मामले की जांच में पहुंची सीबीआइ की टीम गुरुवार को सक्रिय दिखी. सीबीआइ अधिकारियों ने गुरुवार को दोपहर डीएम आदेश तितरमारे से उनके कार्यालय में जाकर मुलाकात की. सीबीआइ अधिकारियों ने […]
भागलपुर : सृजन महिला विकास सहयोग समिति के पदाधिकारी, बैंकों और सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मियों की मिलीभगत से सरकारी राशि के गबन मामले की जांच में पहुंची सीबीआइ की टीम गुरुवार को सक्रिय दिखी. सीबीआइ अधिकारियों ने गुरुवार को दोपहर डीएम आदेश तितरमारे से उनके कार्यालय में जाकर मुलाकात की.
सीबीआइ अधिकारियों ने सरकारी राशि की धोखाधड़ी से संबंधित कुछ जानकारी डीएम से मांगी. सीबीआइ अधिकारियों ने कैंप कार्यालय और आवास के लिए जगह के बारे में भी डीएम से बात की. अभी तक सीबीआइ के लिए शहर में जगह की तलाश पूरी नहीं हो सकी है.
इशाकचक थाना पहुंचे अधिकारी
एएसपी एस मलिक के नेतृत्व में सीबीआइ अधिकारियों की टीम डीएम से मिलने के बाद इशाकचक थाना पहुंची. Âबाकी पेज 15 पर
सीबीआइ अधिकारियों ने सृजन मामले में दर्ज की गयी प्राथमिकी और जब्ती सूची को खंगाला. अधिकारियों ने इशाकचक इंस्पेक्टर और सृजन मामले में दर्ज हुई शुरुआती प्राथमिकी के आइओ राम इकबाल यादव को जब्ती सूची में एक जगह गलती भी बतायी. अधिकारी ने उन्हें उसे सही करने के लिए कहा. सीबीआइ अधिकारी ने इंस्पेक्टर से पूछा कि वह कहां रहते हैं. इंस्पेक्टर ने बताया कि वह थाना परिसर में ही रहते हैं. इंस्पेक्टर से जरूरत पड़ने पर उपलब्ध रहने के लिए कहा गया. इशाकचक थाने से निकलने के बाद सीबीआइ अधिकारी एसएसपी आवास पहुंचे. वहां एसएसपी से कैंप कार्यालय और आवास के लिए जगह के बारे में बात करने के बाद वह सबौर स्थित गेस्ट हाउस पहुंच गये.
पुलिस अधिकारी की मांग पर एसएसपी ने मुख्यालय को लिखा पत्र
सीबीआइ अधिकारियों द्वारा इधर-उधर जाने-आने और सहयोग के लिए पुलिस की टीम की मांग की है. पुलिस अधिकारियों की मांग को लेकर एसएसपी मनोज कुमार ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है. उन्होंने मुख्यालय से पुलिस अधिकारी उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. फिलहाल सीबीआइ की टीम को पुलिस की सुरक्षा उपलब्ध करायी गयी है. सीबीआइ अधिकारियों के लिए कैंप कार्यालय और आवास की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जिलों के अधिकारियों को पत्र लिखा है. पुलिस महानिरीक्षक के सहायक (क्यू) ने अधिकारियों को पत्र लिखा है.
इंडियन बैंक ने को-ऑपरेटिव बैंक व नजारत शाखा से घोटाले की राशि का मांगा हिसाब
महालेखाकार व वित्त विभाग की विशेष अंकेक्षण टीम ने घोटाले से जुड़े विभागों की ऑडिट जारी रखी है. ऑडिट के हफ्ता भर से अधिक तक चलने की संभावना है. अवैध निकासी को लेकर इंडियन बैंक ने द भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक व नजारत शाखा को पत्र लिखा है. इस पत्र में दोनों विभागों से अवैध निकासी की कुल राशि का ब्योरा मांगा है. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने सृजन महिला विकास सहयोग समिति के सभी पद धारकों के बारे में लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिया कि विभिन्न बैंकों में सृजन समिति के सदस्यों का ब्योरा एकत्र करें.