सबाैर में सीबाआइ की चहलकदमी बढ़ी
भागलपुर : सृजन घाेटाले को लेकर गुरुवार को सबौर में सीबीआइ की चहल कदमी ज्यादा दिखी. सुबह जहां टीम ने शहर का रुख किया, वहीं शाम चार बजे टीम वापस बीएयू गेस्ट हाउस पहुंची. करीब सवा घंटे बाद टीम ने फिर शहर का रुख कर लिया. उधर सृजन में सन्नाटा पसरा रहा. जिले से सूची […]
भागलपुर : सृजन घाेटाले को लेकर गुरुवार को सबौर में सीबीआइ की चहल कदमी ज्यादा दिखी. सुबह जहां टीम ने शहर का रुख किया, वहीं शाम चार बजे टीम वापस बीएयू गेस्ट हाउस पहुंची. करीब सवा घंटे बाद टीम ने फिर शहर का रुख कर लिया. उधर सृजन में सन्नाटा पसरा रहा. जिले से सूची बनानेवाली कोई टीम नहीं पहुंची. हालांकि देर शाम सहकारिता बैंक के एमडी सुभाष कुमार के आने की सूचना थी लेकिन समाचार संकलन तक वह सृजन नहीं पहंचे थे. वह फिलहाल डीसीओ के भी चार्ज में हैं.
इधर सृजन में काम करनेवाली महिलाओं के कई ग्रुप थे जिनको नियमित पगार दिया जाता था. वैसी महिलाएं फिल्ड में महिलाओं को ग्रुप बनाने और सृजन संस्था से जुड़ने की लिए प्रेरित भी करती थीं. प्रत्येक गांव में एक से पांच तक लीडर थीं. अब उन्हें भी यह लगता है कि सृजन की जांच की आंच उन तक पहुंच सकती है. इस कारण इन महिलाओं का आना एकदम बंद हो गया.
उधर ग्रामीणों की मानें तो उन लीडर महिलाओं पर गांव की गरीब महिलाएं दबाव बना रही हैं कि सृजन में जमा किया गया पैसा यदि सृजन से वापस नहीं मिला, तो वह इन लीडर महिलाओं काे देना होगा. इससे कहीं कहीं अंदर ही अंदर तनाव की स्थिति भी बन रही है.