प्रेमिका को फंसाने के लिए किया था बेटे का अपहरण
भागलपुर : इश्क की खुमारी सिर पर चढ़ कर ऐसी बोली कि अपने मासूम बेटे की जिंदगी तक को दांव पर लगा दिया. अपनी प्रेमिका को हासिल नहीं कर पाया तो उसे बर्बाद करने पर तुल गया. इसी के तहत उसने अपनी प्रेमिका व उसके परिजनों को फंसाने के लिए अपने ही मासूम बेटे के […]
भागलपुर : इश्क की खुमारी सिर पर चढ़ कर ऐसी बोली कि अपने मासूम बेटे की जिंदगी तक को दांव पर लगा दिया. अपनी प्रेमिका को हासिल नहीं कर पाया तो उसे बर्बाद करने पर तुल गया. इसी के तहत उसने अपनी प्रेमिका व उसके परिजनों को फंसाने के लिए अपने ही मासूम बेटे के अपहरण की कहानी रच दी. सोमवार को अपने आवास पर आयोजित पत्रकारवार्ता में छह साल के मासूम के अपहरण की कहानी का राज एसएसपी ने उठाया. पुलिस ने 48 घंटे के अंदर कर सारे मामले का पर्दाफाश कर दिया.
ऐसे गढ़ी अपहरण की कहानी : एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि मधेपुरा जिले का साहूगढ़ निवासी नीरज कुमार निरंजन आदमपुर थाना क्षेत्र के कोयला घाट इलाके में रहकर बस चलाने का काम करता है. बीते 3 सितंबर को उसने आदमपुर पुलिस को दिये आवेदन पत्र में बताया कि उसका छह साल का बेटा आयुष कुमार एक सितंबर से स्कूल के छुट्टी होने के घर वापस नहीं लाैटा. इस आवेदन के आधार पर कोतवाली (आदमपुर) थाना कांड संख्या 585/17 के तहत अपने बहन की ननद रानी कुमारी,
उसके भाई पप्पू कुमार व पप्पू की पत्नी हेमा कुमारी के खिलाफ 363, 365 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया. मामले की पड़ताल में लगे आदमपुर थानाध्यक्ष राेहित कुमार सिंह ने एसएम कॉलेज पर लगे एक-एक सीसीटीवी फुटेज के जरिये घटना वाले दिन की पड़ताल की. पड़ताल में पाया गया कि घटना के दिन आयुष अपने पिता के साथ जा रहा था. पड़ताल में यह भी पता चला कि निरंजन अपनी बहन की ननद रानी से प्रेम करता था. इश्क में नाकामी हासिल हुई तो उसने अपनी प्रेमिका रानी व उसके घरवालों को फर्जी मुकदमे में फंसाने के लिए ही उसने अपहरण की साजिश रची और अपने बेटे को नेपाल में रहने वाली अपनी बहन के घर छोड़ आया था. मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने रानी से पूछताछ की. उसके बाद पुलिस ने निरंजन को हिरासत में लेकर जब गहन पूछताछ की तो पता चला कि नीरज ने कहानी पर पड़े पर्दे को हटाया. इसके बाद पुलिस ने अररिया पुलिस के सहयोग से बिहार-नेपाल बार्डर से सटे नेपाल सीमा के अंदर से बरामद किया.
पति की सजा कुछ कर दीजिये साहब
नीरज कुमार निरंजन की पत्नी प्रेमलता देवी जब अपने कलेजे के टुकड़े आयुष को अपने गोद में लिया तो उसकी आंखे खुशी से चमक उठी. पत्रकारवार्ता में बैठे एसएसपी मनोज कुमार, सिटी डीएसपी शहरियार अख्तर से वह बोली कि साहब पति की सजा थोड़ा कम कर दीजिये. उसने बताया कि वह कभी नहीं सोची थी कि उसका पति प्यार के चक्कर में इतना गंदा काम कर सकता है.