12 साल में 11 लड़कियों से किया निकाह, 10 बीवियों को अलीगढ़ में बेचा, फिर…
भागलपुर : बिहार के भागलपुर में कहलगांव शहर से सटे पकड़तल्ला गांव निवासी मो. कमाल के 36 वर्षीय बेटे अली ने तो कमाल ही कर दिया. पिछले 12 वर्षों में मो. अली ने 11 लड़कियों को इश्क के जाल में फंसाया और निकाह किया. दो-चार माह अपने साथ रखने के बाद बीवी को अलीगढ़ में […]
भागलपुर : बिहार के भागलपुर में कहलगांव शहर से सटे पकड़तल्ला गांव निवासी मो. कमाल के 36 वर्षीय बेटे अली ने तो कमाल ही कर दिया. पिछले 12 वर्षों में मो. अली ने 11 लड़कियों को इश्क के जाल में फंसाया और निकाह किया. दो-चार माह अपने साथ रखने के बाद बीवी को अलीगढ़ में बेच देता था. इन्हीं में से एक बीवी जिलेबिया को भी अली ने बेच दिया था. जिलेबिया गत तीन सितंबर को किसी तरह अलीगढ़ से अपने घर कहलगांव पहुंची. फिर अली की खोज हुई. अंततः मंगलवार की अहले सुबह घोर मशक्कत के बाद जिलेबिया ने अली को कहलगांव रेलवे स्टेशन परिसर में धर-दबोचा. फिर उसे पकड़ कर अपने गांव ले गयी. ग्रामीणों ने उसकी भरपूर पिटाई की.
पंचायती में अन्य शादी किये लड़कियों की खोज खबर ली गयी. अली ने ग्रामीणों के कब्जे में जाते ही भयवश अपनी सभी शादी व उसे बेचने की बात कबूल की. ग्रामीणों ने उसे कहलगांव पुलिस के हवाले कर दिया. जिलेबिया की शिकायत पर मो अली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे न्यायिक हिरासत में भागलपुर भेज दिया गया.
जिलेबिया ने बताया
इश्क व धोखे के जाल में फंसी प्रखंड स्थित महेशामुंडा गांव की रहनेवाली 25 वर्षीय जिलेबिया ने बताया कि मुझे भी पहले शौहर ने छोड़ दिया था. इकलौती बेटी शहनाज साथ रहती है. बेटी की चिंता व अकेलापन बोझ बन गया था. सो मैं अली की बातों में फंस गयी. तीन साल पूर्व निकाह हुआ. निकाह के बाद अली कमाने की बात कह कर मुझे अलीगढ़ ले गया. वहां मुझे बेच दिया. वहीं मुझे जानकारी मिली कि पूर्व में भी अली ने अपनी कई बीवियों को यहां लाकर बेचा है. मैं किसी तरह वहां से भाग गयी. मुझे पता था कि अगला शिकार करने अली फिर कहलगांव ही आयेगा. सपरिवार उसकी तलाश में लगी रही. इस बीच अली ने डोली नाम की लड़की से हाल ही में शादी की.
इश्क व धोखे के जाल में फंसी प्रखंड स्थित महेशामुंडा गांव की रहनेवाली 25 वर्षीय जिलेबिया ने बताया कि मुझे भी पहले शौहर ने छोड़ दिया था. इकलौती बेटी शहनाज साथ रहती है. बेटी की चिंता व अकेलापन बोझ बन गया था. सो मैं अली की बातों में फंस गयी. तीन साल पूर्व निकाह हुआ. निकाह के बाद अली कमाने की बात कह कर मुझे अलीगढ़ ले गया. वहां मुझे बेच दिया. वहीं मुझे जानकारी मिली कि पूर्व में भी अली ने अपनी कई बीवियों को यहां लाकर बेचा है. मैं किसी तरह वहां से भाग गयी. मुझे पता था कि अगला शिकार करने अली फिर कहलगांव ही आयेगा. सपरिवार उसकी तलाश में लगी रही. इस बीच अली ने डोली नाम की लड़की से हाल ही में शादी की.
धीरज के पास जिलेबिया को बेचा था : अली
मो अली ने अपनी बीवियों का नाम शहनाज, छोटकी, मोना, शाहिद, जिलेबिया, उषा ऊर्फ डोली बताया. ग्रामीणाें का कहना है कि इसके अलावा भी अली ने पांच शादियां की हैं. अली ने गत 12 वर्षों में सभी बीवी को 30 से 40 हजार रुपये में अलीगढ़ में बेचा है. अली ने यह स्पष्ट किया कि वह कहलगांव के आस-पास ही शिकार की तलाश करता था. जिलेबिया को उसने 40 हजार में अलीगढ़ के धीरज के पास बेच दिया था. धीरज ने ही बताया कि घर बंधक रख कर उसने जिलेबिया को खरीदा था. फिलहाल अली डोली के साथ कहलगांव से सटे पकड़तल्ला स्थित अपने घर में रह रहा था. जिलेबिया को आशंका है कि उसे भी कुछ दिनों के बाद अली बेच देता.