बिहार सृजन घोटाला : CBI ने की PNB अधिकारियों से पूछताछ….बड़े नामों के हो सकते हैं खुलासे
भागलपुर : सृजन मामले में बुधवार को सीबीआई ने पीएनबी के अधिकारियों से पूछताछ की. कल्याण विभाग के छह करोड़ के चेक को लेकर अधिकारियों से जानकारी मांगी. दूसरी ओर जिला समाहरणालय में सभी विभागों के बैंक खातों की जांच जिला प्रशासन के निर्देश पर शुरू कर दी गयी है. आशंका है कि और भी […]
भागलपुर : सृजन मामले में बुधवार को सीबीआई ने पीएनबी के अधिकारियों से पूछताछ की. कल्याण विभाग के छह करोड़ के चेक को लेकर अधिकारियों से जानकारी मांगी. दूसरी ओर जिला समाहरणालय में सभी विभागों के बैंक खातों की जांच जिला प्रशासन के निर्देश पर शुरू कर दी गयी है. आशंका है कि और भी कई खाते हो सकते हैं, जिनमें जमा धन की अवैध तरीके से निकासी कर ली गयी हो और संबंधित विभाग को उसका पता न हो.
सृजन द्वारा सरकारी राशि की बैंक खातों से अवैध तरीके से की गयी निकासीमामले में कई बड़े नामों के खुलासे हो सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि सीबीआई की जांच मामले के मास्टरमाइंड की खोज में आगे बढ़ चुकी है.
कल्याण विभाग ने पंजाब नेशनल बैंक की बरारी शाखा (भागलपुर) में 30 मार्च, 1989 को खाता (खाता संख्या 1200002100000734) खोलवाया था. उस खाते का छह करोड़ का चेक 08 नवंबर, 2016 को जिला कल्याण पदाधिकारी ने काटा और इसी दिन इस चेक को कल्याण पदाधिकारी के पदनाम से बैंक ऑफ बड़ौदा में खुले नये खाते में जमा करने के लिए भेजा गया. बैंक ऑफ बड़ौदा को उक्त चेक कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल ने प्राप्त कराया था.
पूर्व में बैंक से कल्याण विभाग को जो बैंक स्टेटमेंट दिया गया था, उसमें उक्त छह करोड़ के जमा होने की बात अंकित थी. लेकिन जब घोटाले की परतें खुलने लगी और कल्याण विभाग ने भी अपडेट बैंक स्टेटमेंट बैंक ऑफ बड़ौदा से 10 अगस्त, 2017 को मंगाया, तो उसमें छह करोड़ जमा हुई तिथि को बैलेंस शून्य दिखाया गया था.
इसके बाद जब छह करोड़ के चेक की जांच करायी गयी, तो उक्त चेक के पिछले पृष्ठ पर मनोरमा देवी का हस्ताक्षर मिला और उसके नीचे सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की मुहर लगी थी. फिर इस आशंका पर मुहर लग गयी कि छह करोड़ के चेक की राशि बैंक ऑफ बड़ौदा के सरकारी खाते में जमा न होकर सृजन के खाते में ट्रांसफर हो गयी.
यही नहीं, पूर्व में जो बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा बैंक स्टेटमेंट उपलब्ध कराया गया था, वह फर्जी निकला. ज्ञात हो कि छह करोड़ का चेक बैंक ऑफ बड़ौदा को प्राप्त करानेवाले नाजिर महेश मंडल पिछले महीने गिरफ्तार कर लिये गये थे. उनकी मौत बीमारी की वजह से हो चुकी है. तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार जेल में बंद हैं.