बंधन बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से 22 लाख की ठगी, प्रधान कार्यालय के अधिकारियों पर संलिप्तता का आरोप
कहलगांव : पढ़े-लिखे 12 बेरोजगार युवक-युवतियों को बंधन बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रानीगंज (अररिया) निवासी निरंजन कुमार नीरज ने इनसे 22 लाख रुपये ठग लिये. ठगी के शिकार हुए 12 में से कहलगांव के सात युवकों ने शुक्रवार को कहलगांव थाने में लिखित शिकायत की है. पुलिस ने ठगी के शिकार हुए […]
कहलगांव : पढ़े-लिखे 12 बेरोजगार युवक-युवतियों को बंधन बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रानीगंज (अररिया) निवासी निरंजन कुमार नीरज ने इनसे 22 लाख रुपये ठग लिये. ठगी के शिकार हुए 12 में से कहलगांव के सात युवकों ने शुक्रवार को कहलगांव थाने में लिखित शिकायत की है. पुलिस ने ठगी के शिकार हुए अन्य पांच युवक-युवतियों को अपने-अपने थाने में शिकायत करने को कहा. ठगी के शिकार हुए युवाओं ने कहलगांव स्थित बंधन बैंक व इसके हेड ऑफिस कोलकाता के अधिकारियों पर भी ठगी में संलिप्त होने का आरोप लगाया है.
हेड ऑफिस कोलकाता में एचआरडी मैनेजर से भी दिलाया नौकरी का आश्वासन, सबसे जमा कराये तीन-तीन लाख रुपये
ठगी के शिकार हुए युवाओं ने बताया कि कहलगांव के अपने एक दोस्त के जरिये ठग निरंजन से उनका मोबाइल पर संपर्क हुआ. ठग ने इन्हें बंधन बैंक में नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर 11 मई, 2016 को कोलकाता बुलाया. वहां पहुंचने पर युवक-युवतियों को साल्ट लेक सिटी स्थित बंधन बैंक के हेड ऑफिस में एचआरडी मैनेजर अभिषेक जैन से मुलाकात करायी. इन्हें आश्वासन दिया गया कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बंधन बैंक मे नौकरी मिल जायेगी. इसके लिए ठग ने प्रत्येक अभ्यर्थी से तीन लाख रुपये जमा करने को कहा. इनमें से कुछ ने नकद राशि और कुछ ने ठग निरंजन के पीएनबी की रानीगंज शाखा में उसके खाते (7888000100006354) में पैसे ट्रांसफर किये.
पैसे जमा करने के बाद अभ्यर्थियों को ऑफर लेटर, मेल आइडी व आइ कार्ड भी उपलब्ध कराये गये, जिन पर एचआरडी मैनेजर अभिषेक जैन के हस्ताक्षर अंकित थे. जून में कोलकाता स्थित बंधन बैंक के हेड ऑफिस में इन्हें तीन दिनों की ट्रेनिंग भी दी गयी. इसके बाद सभी को बताया गया कि ज्वाइनिंग लेटर रजिस्टर्ड डाक से घर पर भेज दिया जायेगा. यह कह कर सभी को घर जाने को कहा गया. अभ्यर्थियों ने जब कहलगांव स्थित बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक स्वरूप बनर्जी को कागजात दिखाये, तो उन्होंने भी कहा कि सारे कागजात सही हैं. इसलिए युवाओं को संदेह है कि इस ठगी में स्थानीय शाखा से लेकर हेड ऑफिस के अधिकारी भी संलिप्तता है.
ज्वाइनिंग लेटर को फर्जी बताया
कुछ माह के बाद बंधन बैंक के हेड ऑफिस से सभी युवक-युवतियों को उनके घर पर ज्वाइनिंग लेटर भेजा गया. जब इन लोगों ने लेटर पर अंकित फोन नंबर पर कॉल कर जानकारी मांगी, तो पता चला कि सारे कागजात फर्जी हैं. यह सुन कर सभी के होश उड़ गये.
ठग व उसके रिश्तेदार पर दर्ज करायी गयी प्राथमिकी
ठगी के शिकार युवकों ने अपने दोस्त को नौकरी दिलाने के नाम पर ठग को कोलकाता से कहलगांव स्थित किला दुर्गा स्थान के पास उसके मौसा शंकर प्रसाद साह के घर पर बुलाया. यहां उसके आने पर युवकों ने अपने पैसे वापस देने की मांग की. काफी हंगामा करने और पुलिस के पास ले जाने की धमकी देने पर ठग के मौसा-मौसी ने तीन माह में सभी को उनके पैसे लौटा देने का वादा किया. अब ठग के रिश्तेदारों के पैसे लौटाने के वादे से मुकर जाने पर ठगी के शिकार हुए युवकों ने अंतत: कहलगांव थाने में ठग निरंजन, उसके मौसा शंकर साह व मौसी खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
ठगी के हुए शिकार
कहलगांव के पुरुषोत्तम कुमार, देव कुमार यादव, पीयूष रंजन, राज रोशन, पिंटू सहनी, सुमित कुमार चंद्रवंशी, प्रियंका कुमारी, सन्हौला के महेशपुर निवासी ज्योतिष कुमार साह, घोघा की सुजाता कुमारी, अमडंडा के अदलपुर निवासी योगेश कुमार, सनोखर निवासी राकेश मंडल, सनोखर के विभूति कुमार.
नौकरी पाने के लिए किसी ने रिश्तेदारों से कर्ज लिया, तो किसी ने बेची जमीन
ठगी के शिकार ज्यादातर युवक-युवती एमए व स्नातक पास हैं. इन्होंने नौकरी पाने के लिए अपने रिश्तेदारों से कर्ज लिये. कुछ ने जमीन बेच कर ठग को पैसे दिये. नौकरी पाने के लिए युवकों को कई बार कोलकाता जाना पड़ा, जहां वे होटल में रुकते थे. इसमें भी उनके करीब 40-50 हजार रुपये खर्च हो गये.