हुआ महाघोटाला, सुप्रीम कोर्ट में दायर करेंगे याचिका
‘सृजन के दुर्जनों का विसर्जन’ सभा में लालू ने की घोषणा, हरेक जिले में 12 सितंबर को युवा राजद देगा धरनासारे दस्तावेज तैयार, जांच की मांग के लिए सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं : तेजस्वीलूट की छूट किसी भी हालत में नहीं देंगे : रघुवंशहम आरएसएस को खत्म करने के लिए डीएसएस की स्थापना किये […]
‘सृजन के दुर्जनों का विसर्जन’ सभा में लालू ने की घोषणा, हरेक जिले में 12 सितंबर को युवा राजद देगा धरना
सारे दस्तावेज तैयार, जांच की मांग के लिए सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं : तेजस्वी
लूट की छूट किसी भी हालत में नहीं देंगे : रघुवंश
हम आरएसएस को खत्म करने के लिए डीएसएस की स्थापना किये हैं : तेजप्रताप
भागलपुर :सैंडिस कंपाउंड में रविवार को सृजन द्वारा किये गये फर्जीवाड़े के खिलाफ आयोजित सृजन के ‘दुर्जनों का विसर्जन’ सभा में लालू प्रसाद व तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर जम कर गरजे. राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि सृजन का यह घोटाला नहीं, महाघोटाला है. दूसरी ओर तेजस्वी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालने जा रहे हैं कि कोर्ट खुद इस घोटाले की जांच करे और सच्चाई सबके सामने लाये. सभा में सभी नेताओं ने भाजपा के स्थानीय व बड़े नेताओं पर सृजन मामले में कार्रवाई करने की मांग उठायी. तेजस्वी ने कहा कि सृजन मामले की निष्पक्ष जांच करानी है, तो पहले नीतीश इस्तीफा दे और हम भी नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफा दे देंगे.
हो रही सीबीआइ जांच और पकड़ी जा रही पोठिया-सिंघी : लालू
सीबीआइ इसकी जांच कर रही है और पकड़ी जा रही हैं पोठिया, सिंघी. रेखा मोदी, जालान सब सुशील मोदी के रिश्तेदार हैं. फिर नीतीश-मोदी और अश्विनी चौबे पर एफआइआर क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि वे नहीं होते, तो भाजपा वाले कब का नीतीश को पान की तरह चबा लेते और थूकते भी नहीं. उन्होंने कहा कि सीबीआइ की चिट्ठी का जवाब भेज दिया. कहा है कि महाघोटाला का विरोध करने जा रहे हैं. और जितना केस है, लाद दीजिए. मुकदमा की आदत हो गयी है. उन्होंने कहा कि नीतीश भाजपा से डरे, वे नहीं डरनेवाले. उन्होंने जनता को अगाह करते हुए कहा कि भाजपा अगर बिहार में आ गयी, तो पश्चिम बंगाल को भी रौंद देगी, इसलिए एकजुटता बनाये रखना है. लालू ने नीतीश के भागलपुर से जुड़े निजी संपर्कों पर भी सवाल उठाये.
तेजस्वी ने 10 सवालों का जवाब भी मांगा
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि सीबीआइ की जांच उन्होंने करवायी है, जबकि हकीकत यह है कि जिस तरह का घोटाला हुआ है, उसमें आरबीआइ की गाइडलाइन के अनुसार सीबीआइ जांच होनी ही थी. अगर नीतीश कुमार को सीबीआइ जांच कराना ही था, तो पहले क्यों नहीं करायी. सृजन मामले में दो हजार करोड़ से भी अधिक के घोटाले की बात कहते हुए आह्वान किया कि ‘सृजन के दुर्जन का विसर्जन’ करने के लिए जनता सड़क पर उतरे. उन्होंने नीतीश सरकार से 10 सवालों का जवाब भी मांगा. तेजस्वी ने कहा कि सृजन मामले की जांच के लिए एक अधिकारी को इसलिए भेजा गया कि सारे साक्ष्य नष्ट किये जाएं.
सृजन कार्यालय के सामने धरना देंगे : तेज प्रताप
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद के अंदाज में बोलते हुए कहा कि हम सृजन से जुड़ी महिलाओं का पैसा लौटाने के लिए सृजन कार्यालय के सामने धरना देंगे. अगर नीतीश सरकार जेल भेजेगी, तो बिहार के जेल में जगह कम पड़ जायेगी. पूर्व मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि भागलपुर कतरनी धान, जर्दालु आम के नाम से जाना जाता है. आज इस पर सृजन का दाग लगा दिया. हम किसी भी परिस्थिति में लूट की छूट नहीं देंगे.
मेरी आवाज को दबा दिया गया : सुमन
सृजन से जुड़ कर सबौर इलाके में वर्ष 1999 में 12 स्वयं सहायता समूह तैयार करनेवाली सुमन कुमारी को मंच पर लाया गया. उन्होंने मंच से कहा कि जब महिलाओं को पैसा नहीं मिलने लगा, तो उसने विरोध की थीं. मनोरमा से लड़ी भी थी. लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया गया.
ये भी थे मौजूद
सभा की अध्यक्षता राजद के जिलाध्यक्ष डॉ तिरूपति नाथ यादव ने की. इस मौके पर पूर्व सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता, भागलपुर के सांसद शैलेश कुमार उर्फ बूलो मंडल, बांका के सांसद जयप्रकाश यादव, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, पीरपैंती विधायक राम विलास पासवान, बिहपुर विधायक वर्षा रानी, विधायक स्वीटी सीमा हेंब्रम, विधायक भोला यादव, मुख्य प्रवक्ता विधायक शक्ति सिंह यादव, प्रदेश प्रवक्ता डॉ उर्मिला ठाकुर, युवा राजद प्रदेश अध्यक्ष कारी सोएब, युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव आदि उपस्थित थे.
जदयू का पलटवार, कहा- लालू चरित्र हनन पर उतर आये हैं
राजद की भागलपुर में हुई सभा में लगाये गये व्यक्तिगत आरोपों पर जदयू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने पटना में कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जो व्यक्तिगत आरोप लगाये हैं, वे बिलकुल निराधार हैं. राजनीति में इस स्तर तक आ जाने का मतलब है कि लालू प्रसाद के पास कोई मुद्दा ही नहीं है. श्री सिंह ने कहा कि भागलपुर में नीतीश कुमार अगर अपने करीबी दोस्त के घर ठहरते हैं, तो उसे राजनीतिक दृष्टि से कोई कैसे देख सकता है. जहां तक प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र की बात है, तो उसने बिहार में बड़े काम किये हैं. ये एक चिकित्सा पद्धति है, इस पर सवाल उठाने का कोई औचित्य नहीं है. उधर, जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने भी कहा कि लालू प्रसाद इस तरह की राजनीति करेंगे, हमें अपेक्षा नहीं थी. जदयू उनसे करीब तीन दशकों से लड़ रहा है, लेकिन न तो नीतीश कुमार और न ही हमारी पार्टी के किसी अन्य नेता ने उनके खिलाफ कभी कोई व्यक्तिगत आरोप लगाया है. लालू प्रसाद चरित्र हनन की राजनीति कर रहे हैं.