घंटों अंधेरे में रहा मध्य शहर

भागलपुर : सोमवार शाम लगभग छह बजे सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र की बिजली फेल हो गयी. मध्य शहर अंधेरे में डूब गया. चार घंटे तक मध्य शहर अंधेरे में ही रहा. बाजार क्षेत्र के दुकानदारों ने दो घंटे तक बिजली चालू होने का इंतजार किया मगर, आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी. इसके बाद धीरे-धीरे दुकानों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 5:47 AM

भागलपुर : सोमवार शाम लगभग छह बजे सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र की बिजली फेल हो गयी. मध्य शहर अंधेरे में डूब गया. चार घंटे तक मध्य शहर अंधेरे में ही रहा. बाजार क्षेत्र के दुकानदारों ने दो घंटे तक बिजली चालू होने का इंतजार किया मगर, आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी. इसके बाद धीरे-धीरे दुकानों का शटर डाउन होने लगा.

रात लगभग नौ बजे तक बाजार की लगभग सभी दुकानें बंद हो गयी. रात 10 बजे के बाद जब बिजली आपूर्ति बहाल हुई. सबौर ग्रिड से सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र को जाने वाली आपूर्ति लाइन ब्रेकडाउन हो गया. इस लाइन पर स्थापित टीटीसी विद्युत उपकेंद्र की भी बिजली ठप हो गयी. दोनों विद्युत उपकेंद्र के पांच फीडर भीखनपुर, घंटाघर, खलीफाबाग, मशाकचक व नयाबाजार क्षेत्र से जुड़े मध्य शहर के सभी गली-मुहल्ले अंधेरे में डूब गये. एक घंटे बाद फ्रेंचाइजी कंपनी के लाइनमैन की टीम फॉल्ट ढूंढ़ने के लिए निकली.

दो घंटे बाद हवाई अड्डा के पीछे 33 हजार वोल्ट की लाइन में फॉल्ट का पता चला. इससे पहले उक्त दोनों विद्युत उपकेंद्र की फीडरों की लाइन बार-बार कटती रही. पूरे शहर में बिजली के त्राहिमाम मचता रहा.

बिजली कम देकर पैसे बचाने का चल रहा खेल
इन दिनों शहर में कम बिजली देकर पैसे बचाने का खेल चल रहा है. दरअसल, मुंंदीचक सहित कई ट्रांसफॉर्मर हैं, जहां एबी स्विच नहीं लगा है. इन ट्रांसफॉमरों का एचटी फ्यूज अगर उड़ता है, तो फ्यूज बनाने के लिए एबी स्विच के अभाव में फीडर बंद कराना पड़ता है. इससे संबंधित इलाके के बजाय दर्जनों मुहल्ले की बिजली बंद हो जाती है. बिजली खपत नहीं होती है, जिसका फायदा कंपनी को सीधे तौर होता है. यही फायदा फ्यूज उड़ने और जंफर कटने से होता है. कंपनी ट्रांसफॉर्मर में एबी स्विच नहीं लगता है.
लो वोल्टेज की समस्या
शहर में लो वोल्टेज की समस्या बरकरार है. फाल्ट से बिजली की आंखमिचौनी से भी उपभोक्ता परेशान हैं. जर्जर तारों की वजह से फाॅल्ट बढ़े हैं. फ्रेंचाइजी कंपनी जर्जर तारों को भी बदलने के प्रति गंभीर नहीं है. एक-एक तार में तो कई जोड़ हो गये हैं. ओवर लोडिंंग से भी लो वोल्टेज की दिक्कत आ रही है.
बिजली कब आती है, कब जाती है, कोई अता-पता नहीं
बिजली कब कटती है और कब आती है, इसका कोई अता-पता नहीं रहता है. बिजली कंपनी ने मनमानी शुरू कर दी है. उपभोक्ताओं के साथ इस तरह का खेल नहीं चलेगा.
विजय कुमार गांधी, बरारी
यह नियम तो होना ही चाहिए कि बिजली कटने से पहले उपभोक्ताओं को जानकारी मिल जाये. इससे लोग अपनी व्यवस्था सुनिश्चित कर लेंगे.
संजय सिंह, आदमपुर
बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी भागलपुर के लोगों से मनमाना बिल वसूल करती है. लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ कि बिजली कटी ही नहीं. यह कैसा नियम-कायदा है.
सुभाष चंद्र पांडेय, विक्रमशिला कॉलोनी, तिलकामांझी
बिजली फ्रेंचाइजी कंपनी ने नियम बना लिया है कि बिजली आपूर्ति से ज्यादा काटेंगे और बिल भी अधिक भेजेंगे. इसके बहाने भी हजार बनाते हैं. इस मनमानी के बावजूद इनके खिलाफ कार्रवाई करनेवाला कोई नहीं.
मुकेश साह, बूढ़ानाथ

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