प्रशासनिक अफसरों के मेलजोल का राज खोलेंगे सतीश झा
भागलपुर: सृजन महिला विकास सहयोग समिति की प्रमुख मनोरमा देवी से किन प्रशासनिक अफसरों का मेल-जोल था, इसका राज समिति के वित्तीय सलाहकार सतीश झा खोलेंगे. एसआइटी की पूछताछ में उन्होंने शहर के नामचीन व्यक्तियों के अतिरिक्त प्रशासनिक पदाधिकारियों के भी वितीय गबन में शामिल होने का खुलासा किया था. सतीश झा वितीय सलाहकार से […]
भागलपुर: सृजन महिला विकास सहयोग समिति की प्रमुख मनोरमा देवी से किन प्रशासनिक अफसरों का मेल-जोल था, इसका राज समिति के वित्तीय सलाहकार सतीश झा खोलेंगे. एसआइटी की पूछताछ में उन्होंने शहर के नामचीन व्यक्तियों के अतिरिक्त प्रशासनिक पदाधिकारियों के भी वितीय गबन में शामिल होने का खुलासा किया था.
सतीश झा वितीय सलाहकार से पहले अनुमंडल अंकेक्षण पदाधिकारी थे और ऑडिट के दौरान ही मनोरमा देवी के करीब आये थे. अनुमंडल अंकेक्षण पदाधिकारी से सेवानिवृत्ति होते ही मनोरमा देवी ने उन्हें अपनी संस्था में रख लिया. इस कारण मनोरमा देवी वित्तीय कामकाज में सतीश झा के सलाह को अहम मानती थी. एसआइटी पूछताछ में सतीश झा ने बताया था कि कई सरकारी विभाग के पदाधिकारी, कर्मी को मनोरमा देवी ने वित्तीय गबन में मिला रखा था. इस कारण सरकारी राशि का सृजन संस्था के खाते में हस्तांतरण करके गबन कर लिया गया.
गबन के खेल को लेकर संबंधित कर्मी को उनका हिस्सा दिया जाता था. पदाधिकारियों व कर्मियों को कितनी राशि कब पहुंचनी है, इसका पूरा हिसाब-किताब सतीश झा के पास ही रहता था. सरकारी राशि को
बाजार में लगाने के लिए सतीश झा अहम व्यक्तियों के संपर्क में रहते थे. उन्होंने कहा कि मनोरमा देवी के मरने के बाद उनके बेटे अमित कुमार व उनकी पत्नी रजनी प्रिया मुख्य भूमिका में आ गये.