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पुलिसकर्मी के फर्जी पत्रकार बेटे ने रची थी डकैती की साजिश

भागलपुर: दिनदहाड़े डकैती में शामिल शातिर दो दिन के अंदर ही पुलिसिया रडार पर आ चुके थे. लेकिन इन तक पहुंचने में पुलिस को एक माह से अधिक दिन का समय लग गया. पुलिस की दबिश से जब डकैती में शामिल शातिर दूर होने लगे तो फिर सर्विलांस का अमोघ अस्त्र चला. यह अस्त्र निशाने […]

भागलपुर: दिनदहाड़े डकैती में शामिल शातिर दो दिन के अंदर ही पुलिसिया रडार पर आ चुके थे. लेकिन इन तक पहुंचने में पुलिस को एक माह से अधिक दिन का समय लग गया. पुलिस की दबिश से जब डकैती में शामिल शातिर दूर होने लगे तो फिर सर्विलांस का अमोघ अस्त्र चला.

यह अस्त्र निशाने पर लगा और 17 अगस्त को तिलकामांझी थानाक्षेत्र के न्यू शिवपुरी काॅलोनी निवासी सेल्स टैक्स ऑफिसर रीता सिंह के माता-पिता व बेटे को हथियार की नोक पर रखकर 6.40 लाख की दिनदहाड़े डकैती करनेवाले बदमाशाें में से तीन पुलिस के हत्थे चढ़ गये. एसएसपी मनोज कुमार की मानें तो बिहार पुलिस में तैनात एक पुलिसकर्मी के फर्जी पत्रकार बेटे की नजर अपनी मकान मालकिन की दाैलत पर लगी और उसने करीब अपने सात-आठ अन्य साथियों के साथ दिनदहाड़े डकैती की एक एेसी साजिश रची जिसका खुलासा करने में पुलिस के पसीने छूट गये. हालांकि अभी भी डकैती में शामिल करीब पांच से छह आरोपित पुलिस की पहुंच से बाहर हैं.

डकैती की धनराशि से खरीदी गयी केटीएम 250. एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि 17 अगस्त को न्यू शिवपुरी कॉलोनी निवासी सेल्स टैक्स ऑफिसर (ऑडिट) के पिता आरपी सिंह व मां मंजू देवी को बंधक बनाकर एक दर्जन बदमाशों ने दिन दहाड़े डकैती की वारदात कर डाली थी. इस मामले में आधा दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ 395, 397 आइपीसी के तहत कोतवाली (तिलकामांझी) थानाक्षेत्र में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इस कांड का खुलासा करने के लिए एसएसपी मनोज कुमार ने डीएसपी सिटी शहरियार अख्तर के नेतृत्व में जांच टीम गठित की. टीम में थानाध्यक्ष तिलकामांझी संजय सत्यार्थी, वर्तमान थानाध्यक्ष बरारी रोहित कुमार सिंह, वर्तमान थानाध्यक्ष बबरगंज राजेश कुमार रंजन, वर्तमान थानाध्यक्ष औद्योगिक प्रक्षेत्र रंजन कुमार व वर्तमान थानाध्यक्ष अंतीचक राजेश कुमार को शामिल किया गया. टीम में शामिल इन तेजतर्रार थानेदारों ने दो दिन के अंदर सर्विलांस, सेल आइडी व सीडीआर (कॉल डिटेल रिकार्ड) के जरिये दिनदहाड़े हुई डकैती का पर्दाफाश कर लिया था. इसके बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार छापेमारी की गयी लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी. इसी क्रम में 24 सितंबर को जब तीन बदमाशों का लोकेशन जिले के विभिन्न स्थानों पर ट्रैक हुआ तो टीम एक बार फिर सक्रिय हुई. छापेमारी में तीनों बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गये. एसएसपी श्री कुमार के अनुसार तीनों बदमाशों की निशानदेही पर डकैती में प्रयुक्त हीरो ग्लैमर मोटरसाइकिल व माेबाइल बरामद हुआ. इसके अलावा इनके पास से न्यू ब्रांड केटीएम 250 बाइक बरामद किया गया जिसकी बाजार कीमत करीब दो लाख रुपये बतायी जा रही है. एसएसपी श्री कुमार ने बताया कि डकैती के बाद बंटवारे में मिले रुपये से केटीएम 250 बाइक खरीदी गयी थी.
पांच से छह डकैत अभी भी फरार. एसएसपी श्री कुमार ने बताया कि तीनों बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि इस डकैती में पांच से छह और बदमाश शामिल हैं. इनकी भी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा डकैती में लूटे गये सोने-चांदी के सिक्के, जेवर को जिन-जिन दुकानों पर बेचा गया है, वहां पर छापेमारी की जायेगी.
आठ माह का किराया एक बार में दिया ताे पुलिस का माथा ठनका
डकैती का मास्टरमाइंड ब्रजेश कुमार निवासी व थाना रंगरा का आठ माह का किराया बाकी था. उससे एक बार पूछताछ की गयी थी लेकिन वह शातिराना अंदाज में बच निकला. लेकिन जब पूछताछ में पता चला कि सेल्स टैक्स ऑफिसर काे उसने एक साथ आठ माह का किराया अदा किया तो पुलिस का माथा ठनका. फिर उस पर नजर रखी जाने लगी. एक बार जो उससे पूछताछ की गयी तो उसने न केवल अपनी संलिप्तता स्वीकारी बल्कि डकैती की पूरी प्लानिंग बता दी. उसके बाद उसके दो अन्य साथी सौरभ साह उर्फ कुंदन साह निवासी अलीगंज व आकाश कुमार निवासी मुंदीचक को भी गिरफ्तार कर लिया गया. तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

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