सात साल में चार सिविल सर्जनों ने खोले अलग-अलग बैंकों में खाते, अब होगी भूमिका की जांच

भागलपुर : सृजन घोटाले में जांच की आंच में अब भागलपुर के वर्तमान सिविल सर्जन समेत चार पूर्व सिविल सर्जन तक पहुंच गयी है. सात साल के अंदर वर्तमान समेत चार सिविल सर्जन ने अलग-अलग बैंकों में चार खाते खुलवा डाले. इनकी इसी भूमिका की जांच कराने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग ने लिया है. जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2017 12:32 AM

भागलपुर : सृजन घोटाले में जांच की आंच में अब भागलपुर के वर्तमान सिविल सर्जन समेत चार पूर्व सिविल सर्जन तक पहुंच गयी है. सात साल के अंदर वर्तमान समेत चार सिविल सर्जन ने अलग-अलग बैंकों में चार खाते खुलवा डाले. इनकी इसी भूमिका की जांच कराने का निर्णय स्वास्थ्य विभाग ने लिया है.

जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव सच्चिदानंद चौधरी ने वर्तमान सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, पूर्व सिविल सर्जन डॉ उदय शंकर चौधरी, डॉ आरसी मंडल और डॉ प्रतिमा मोदी को नोटिस भेज कर उन्हें जांच का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है. नोटिस में इन्हें कदाचार, अवज्ञा व आदेश का उल्लंघन करने का दोषी बताया गया है. इन चारों पर आरोप लगाया गया है कि इन चारों अधिकारियों ने कोषागार में रुपये जमा करने के बजाय बैंक में जमा किया जिससे इनकी भूमिका संदिग्ध हो जाती है. जांच स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव द्वारा गठित टीम करेगी. जांच के दौरान इन चारों स्वास्थ्य अधिकारियों को बताना होगा कि इन लोगों ने किन परिस्थितियों में पूर्व में खाता रहने के बजाय एक और खाता खोला.

कुछ ऐसे खाते खुलवाते रहे भागलपुर के सिविल सर्जन

पहला अकाउंट : मार्च 2006 में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ राम चरित्र मंडल ने खाता खुलवाया था. इसमें दुकान लेनेवालों की ओर से एक लाख 25 हजार का चेक डाला गया था.

दूसरा अकाउंट :मई 2009 में इलाहाबाद बैंक में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ प्रतिमा मोदी ने खुलवाया था.

तीसरा अकाउंट : अक्तूबर 2012 में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ उदय शंकर चौधरी ने खुलवाया था.

चौथा अकाउंट : नवंबर 2016 में वर्तमान सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने बैंक ऑफ बड़ौदा में खुलवाया था, जिसमें से 40.75 लाख की राशि सृजन के खाते में चली गयी थी. इसमें डॉ प्रतिमा मोदी के खाते में जमा धनराशि (इलाहाबाद बैंक में खुले खाते की धनराशि) नहीं शामिल है. कारण, सृजन के खाते में 40.75 लाख की धनराशि में कुल तीन चेक बने थे. इसमें इलाहाबाद बैंक के चेक की धनराशि सृजन के खाते में नहीं जमा हो पायी थी.

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