खननकर्मियों को बालू माफियाओं ने खदेड़ा
मधुसूदनपुर के नवटोलिया में बालू निकालने से टापू बन गये हैं खेत नाथनगर : कजरैली- मधुसूदनपुर इलाके में बालू माफियाओं का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है. मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के भतुआचक में शनिवार की सुबह छापेमारी करने गये खनन विभाग के कर्मियों को बालू माफियाओं ने खदेड़ दिया. कर्मियों ने भाग कर किसी तरह […]
मधुसूदनपुर के नवटोलिया में बालू निकालने से टापू बन गये हैं खेत
नाथनगर : कजरैली- मधुसूदनपुर इलाके में बालू माफियाओं का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है. मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के भतुआचक में शनिवार की सुबह छापेमारी करने गये खनन विभाग के कर्मियों को बालू माफियाओं ने खदेड़ दिया. कर्मियों ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचायी. इसकी सूचना खनन अधिकारी ने मधुसूदनपुर पुलिस को दी . पुलिस के मौके पर पहुंचते ही माफिया भाग खड़े हुए. जानकारी के मुताबिक भतुआचक नवटोलिया में भतौड़िया के बालू माफिया दूसरे की खेत से जबरन बालू निकाल रहे थे.
खेत मालिक ने खनन विभाग को इसकी शिकायत की थी जिस पर खनन कर्मी छापेमारी करने गये. वहां रंगेहाथ बालू निकालते हुए कई ट्रैक्टर मिले जिसे खनन विभाग ने जब्त करने की कोशिश की . तभी माफियाओं ने अधिकारियों को खदेड़ दिया और गाड़ी लेकर भागने में सफल हुए. हालांकि मधुसूदनपुर थाना प्रभारी नसीम खान ने खदेड़ने की बात से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि खनन अधिकारी छापेमारी करने पहले अकेले गये थे जहां उन्होंने पुलिस को सूचना दी पुलिस भी मौके पर पहुंची. तब तक माफिया भाग चुके थे
खनन अधिकारी से लेकर पुलिस तक को भी नहीं छोड़ा है माफियाओं ने
सरकार के लाख नकेल कसने के बावजूद अपराधी और माफियाओं में कार्रवाई का खौफ नहीं है.अब तो बालू कारोबारियों ने कार्रवाई करनेवालों को ही टारगेट करना शुरू कर दिया है. भतुआचक में शनिवार को खनन अधिकारी को खदेड़ना कोई नयी बात नहीं है. इससे पहले भी कजरैली, सजौर में पुलिस और खनन अधिकारी पर माफियाओं ने हमला किया है.
पिछले माह सितंबर में बालू उठाव के खिलाफ कार्रवाई करने गयी सजौर पुलिस पर माफियाओं ने हमला बोल दिया जिसमें सैफ जवान बुरी तरह घायल हो गये. यहां तक की कारोबारियो ने इंस्पेक्टर केदार प्रसाद से भी हाथापाई की थी. इससे पहले वर्ष 2014 में अंधरी बालूघाट पर छापेमारी करने गये खनन पदाधिकारी एलबी प्रसाद और उनके कर्मियों पर हमला किया गया था
जिसमें खनन कर्मियों ने कजरैली थाने में भाग कर जान बचायी थी. माफिया लगातार सिस्टम पर हमला कर रहे हैं और पुलिस उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही है.