छात्र संघ चुनाव: एडवाइजरी कमेटी चुनाव कराने के पक्ष में

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्र संगठनों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. चुनाव के लिए बनी एडवाइजरी कमेटी के आधे से ज्यादा सदस्य चुनाव कराने के पक्ष में हैं. कमेटी के कुछ सदस्य खुल कर कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन दबी जुबान परिस्थिति को देख चुनाव टालने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2017 11:30 AM
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्र संगठनों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. चुनाव के लिए बनी एडवाइजरी कमेटी के आधे से ज्यादा सदस्य चुनाव कराने के पक्ष में हैं. कमेटी के कुछ सदस्य खुल कर कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन दबी जुबान परिस्थिति को देख चुनाव टालने के पक्ष में हैं. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक सदस्य ने बताया कि सभी कॉलेजों में चुनाव के लिए बैलेट पेपर की छपाई का काम चल रहा है. मतदान पेटी के लिए कॉलेज प्रशासन संबंधित जिला प्रशासन से संपर्क करने लगा है.

एडवाइजरी कमेटी के आधे से ज्यादा सदस्य चुनाव कराने के पक्ष में है. चुनाव के आधे से ज्यादा काम हो चुके हैं. एेसे में चुनाव को रोका नहीं जा सकता है. एडवाइजरी कमेटी की बैठक में जोर दिया जायेगा कि चुनाव के दिन जिला प्रशासन का पूरा सहयोग कॉलेजों व विवि को मिले. एडवाइजरी कमेटी के एक और सदस्य ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में चुनाव कराना मुश्किल है. यदि इसके बाद भी विवि चुनाव कराता है, तो विवि को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

जिला प्रशासन से भी चुनाव में सहयोग करने के संकेत नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि कॉलेजों में चुनाव कैसे कराया जा सकता है. एडवाइजरी कमेटी में कुलपति प्रो नलिनीकांत झा, रजिस्ट्रार प्रो शंभु नाथ चौधरी, पूर्व डीएसडब्ल्यू डॉ उपेंद साह, डीन प्रो क्षमेंद्र कुमार सिंह, डीन प्रो अमिता मोइत्रा, डॉ ईरा घोषाल, डीन डॉ एसके पांडे, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो ज्याेतिंद्र चौधरी आदि शामिल हैं.

चुनाव को लेकर कमेटी को निर्णय लेना है : कुलपति
छात्र संघ चुनाव को लेकर बनी सलाहकार कमेटी को निर्णय लेना है. कमेटी अध्यक्ष कुलपति जरूर होते हैं. कमेटी के सर्वसम्मति से लिये गये निर्णय पर ही कुलपति अपने निर्णय देते हैं. इसमें कुलपति कहीं से सीधे- तौर पर जुड़े नहीं होते है. वह एक-दो दिनों में विवि पहुंचेंगे.
चुनाव का निर्णय कुलपति को ही लेना है : प्रो क्षमेंद्र
एडवाइजरी कमेटी के सदस्य प्रो क्षमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कुलपति के नहीं आने से रविवार को एडवाइजरी कमेटी की बैठक नहीं हो पायी. कुलपति के आने के बाद ही बैठक होगी. इसके बाद ही चुनाव को लेकर कोई निर्णय लिये जा सकते हैं. कमेटी अपना सुझाव ही दे सकती है. अंतिम निर्णय कुलपति को ही लेना है. चुनाव को लेकर कमेटी अपना बयान नहीं दे सकती है. बैठक में ही कमेटी के सदस्य बारी-बारी से अपना सुझाव कुलपति के समक्ष रखेंगे.

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