जालसाजी: सबौर में करंट लगने से मौत का मामला, बाबा का दिया चेक निकला फर्जी
सबौर : थाना क्षेत्र अंतर्गत आर्यटोला में छह अक्तूबर को बिजली करेंट से खेतिहर मजदूर की मौत का मामला गरमाता जा रहा है. इसमें वहीं के आश्रम के हजारी बाबा द्वारा मृतक की पत्नी को दिया गया साढ़े नौ लाख का चेक फर्जी निकला है. आश्रम में हंगामा को रोकने और शव को उठाने के […]
सबौर : थाना क्षेत्र अंतर्गत आर्यटोला में छह अक्तूबर को बिजली करेंट से खेतिहर मजदूर की मौत का मामला गरमाता जा रहा है. इसमें वहीं के आश्रम के हजारी बाबा द्वारा मृतक की पत्नी को दिया गया साढ़े नौ लाख का चेक फर्जी निकला है. आश्रम में हंगामा को रोकने और शव को उठाने के लिए हजारी बाबा ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों को फर्जी चेक दिया था.
इस बात का खुलासा सोमवार को हुआ जब चेक लेकर मृतक की पत्नी शांति देवी बैंक पहुंची. वहां बैंककर्मियों ने बताया कि यह चेक इतना पुराना है कि अब प्रचलन में नहीं है और चेक में एकाउंट नंबर तक नहीं दिया गया है. बता दें कि सबौर के आर्यटोला में पिछले शुक्रवार को ताड़ के पेड़ में 11 हजार वोल्ट का तार सटने से करंट आ गया था जिसकी चपेट में आकर वहीं के खेतिहर मजदूर ब्रजेश साह की मौत हो गयी थी. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने घटना के लिए पास के आश्रम के हजारी बाबा को जिम्मेदार ठहराया था और बाबा से मुआवजे के लिए आश्रम में शव रख कर हंगामा किया था. ग्रामीणों के दबाव पर बाबा ने 50 हजार रुपये नकद और साढ़े 9 लाख का चार चेक काट कर मृतक की पत्नी को दिया था, जिसके बाद माहौल शांत हो गया था और शव को उठाया गया था.
कहते हैं ग्रामीण. पीड़िता शांति देवी, जेठ गोपाल साह, भतीजा अजीत कुमार साह, गोतनी रिंकु देवी, ग्रामीण बेबी देवी, पंकज कुमार मंडल, खुशीलाल मंडल, आनंद साह, आशुतोष कुमार, विवेकानंद साह, विश्वरंजन भारती सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि एक तो मौत के कारण एक घर लावारिस हो गया. उस पर बाबा के रिश्तेदार ने इतना बड़ा धोखा किया. अब पीड़िता के बच्चे को कौन देखेगा. उसके घर चूल्हा कैसे जलेगा. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इंसाफ नहीं हुआ तो ग्रामीण धरना देंगे और एनएच जाम करेंगे. मुआवजा की राशि भी मिले और धोखाधड़ी करनेवाले को सजा भी.
बोले हजारी बाबा. मामलेे की बाबत हजारी बाबा ने कहा कि माहौल को शांत करने के लिए ऐसा किया गया. इतनी बड़ी रकम मैं कहां से दे पाऊंगा. इतनी बड़ी राशि दे पाना संभव नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस के समक्ष ग्रामीणों ने आश्रम में तोड़फोड़ की जिससे मेरा काफी नुकसान हो गया है. मुआवजे की इतनी बड़ी राशि दे पाना मेरे लिए संभव नहीं है.
कहती है पुलिस. सबौर थानाध्यक्ष राजीव कुमार कहते हैं कि यदि चेक फर्जी है, तो जिसने भी धोखाधड़ी की है, वह बच नहीं सकेगा. उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. जरूरत पड़ी तो प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.