घोटाले के ”जिन्न” की होगी तलाश

सतर्कता. वर्ष 2012-13 तक के बंद खाते भी आये जांच के दायरे में नजारत शाखा में सरकारी खातों की चल रही ऑडिट जांच भागलपुर : सृजन घोटाले में अब वर्ष 2012-13 तक के बंद खातों को भी जांच के दायरे में लाया गया है. इस तरह बंद खाते से भी घोटाले का जिन्न निकलने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2017 4:53 AM

सतर्कता. वर्ष 2012-13 तक के बंद खाते भी आये जांच के दायरे में

नजारत शाखा में सरकारी खातों की चल रही ऑडिट जांच
भागलपुर : सृजन घोटाले में अब वर्ष 2012-13 तक के बंद खातों को भी जांच के दायरे में लाया गया है. इस तरह बंद खाते से भी घोटाले का जिन्न निकलने की उम्मीद है. चर्चा है कि शुरुआती जांच में कुछ बैंक खाता की विवरणी गड़बड़ है, जिसको लेकर ऑडिट टीम ने आपत्ति जतायी है. उनकी आपत्तियों को देखते हुए खाता विवरणी से संबंधित रोकड़ बही का मिलान हो रहा है. अगर रोकड़ बही से खाता विवरणी का मिलान नहीं हुआ तो उस समय में नजारत शाखा के हेड नाजिर व सहायक लिपिक को नोटिस होगा. उनसे खाता को बंद करने के बाद पूरी तरह जांच पड़ताल करने के मामले में पूछताछ होगी.
दरअसल नजारत शाखा में कई सरकारी खातों की ऑडिट जांच चल रही है. इसमें बैंकों में खुले खाते में अवैध निकासी के मामले सामने आये हैं. अवैध निकासी के मामले को देखते हुए बंद खातों को भी खंगालने का भी निर्णय हुआ था.
ट्रांजिट शाखा ने सीबीआइ को दिये रजिस्टर. ट्रांजिट शाखा ने सीबीआइ को रजिस्टर सौंप दिये. इस रजिस्टर में तमाम पत्र व्यवहार की जानकारी है. रजिस्टर के माध्यम से सीबीआइ की जांच टीम तमाम पत्र के पत्रांक संख्या का मिलान करेगी. रजिस्टर में पत्र के जारी होने की भी तिथि का उल्लेख होगा.
नजारत के पास रहते हैं सरकार से आनेवाले सामान्य बजट
आम तौर पर डीएम के अंतर्गत नजारत शाखा में सरकार से आनेवाले सामान्य बजट रखे जाते हैं. इसमें गृह विभाग, सामान्य प्रशासन, कुछ मामले में राजस्व, आपदा से भेजे गये बजट होते हैं. कई प्रकार का बजट विशेष परिस्थिति में डीएम द्वारा खर्च होता है. समाहरणालय में सामान्य खर्च (कागज, कलम आदि) आदि के लिए कंटीजेंसी की राशि नजारत शाखा से जारी होती है.

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