गरीबी से नहीं, बेटा नशेड़ी हुआ तो रोयी
भागलपुर . भागलपुर रंग महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को पहले सत्र में दो चौक-चौराहों पर आयोजित नुक्कड़ नाटक से सामाजिक जागरूकता फैलायी गयी. धनबाद से आये शारदा नाट्य मंच के कलाकारों ने नशेड़ी नुक्कड़ नाटक का मंचन किया. मां की भूमिका में जब एक कलाकार ने कहा कि जब मैं घरों का चौका-बरतन कर […]
भागलपुर . भागलपुर रंग महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को पहले सत्र में दो चौक-चौराहों पर आयोजित नुक्कड़ नाटक से सामाजिक जागरूकता फैलायी गयी.
धनबाद से आये शारदा नाट्य मंच के कलाकारों ने नशेड़ी नुक्कड़ नाटक का मंचन किया. मां की भूमिका में जब एक कलाकार ने कहा कि जब मैं घरों का चौका-बरतन कर पप्पू को जिंदा रखी, तो आंखों में कभी आंसू नहीं आये. गरीबी कभी आड़े नहीं आयी. अब जब पप्पू नशे की लत में है, तो अपने आंसू नहीं रोक पाती.
अमीरी-गरीबी की खाई को पाट गया सद्गति
कोई व्यक्ति चाहे गरीब हो, अछूत हो, वह भी ईश्वर की संतान है. जिसने उच्च जाति के लोगों या अमीरों को पैदा किया है. दोनों के लहू में कोई अंतर नहीं है…उक्त संवाद के साथ कटिहार स्कूल ऑफ ड्रामा के कलाकारों ने नाटक के मंचन के दौरान प्रस्तुत किया तो दर्शक भी अपने मर्म रोक नहीं सके. नाटक सद्गति में अमीरी-गरीबी की खाई को पाटने का संदेश दिया गया. किलकारी के कलाकारों ने शिव तांडव नृत्य कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. नृत्य में दिखी देश की रंग-बिरंगी संस्कृति : भागलपुर रंग महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को कला केंद्र में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों से आयी सांस्कृतिक संस्था के कलाकारों ने देश की रंग-बिरंगी संस्कृति से रूबरू कराया.