सन्हौला : सन्हौला प्रखंड मुख्यालय से कुछ दूर मुर्गियाचक तालाब से रविवार को एक और बच्चे का शव मिला. शनिवार की रात तालाब से एक बच्ची (01 वर्ष) और एक बच्चे (ढाई वर्ष) के शव और उनकी मां को बेहोशी की हालत में निकाला गया था. रात भर सन्हौला अस्पताल में इलाज चलने के बाद तड़के उसे होश आया, तो वह अपने बच्चों को खोजने लगी. जब उसे पता चला कि उसके दो बच्चों के शव तालाब से बरामद हुए हैं, तो वह चीत्कार कर उठी. रोते-रोते ही उसने बताया कि उसका एक और मासूम बेटा भी तालाब में है. ग्रामीणों ने तलाश कर तीसरे बच्चे (04 वर्ष) का शव भी बाहर निकाला. इसके बाद शव को थाना लाया गया. इधर पुलिस ने तीनों मासूमों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया है.
महिला ने अपना नाम कुंता देवी बताया. यह गोड्डा जिला (झारखंड) केे महगामा थाना क्षेत्र के पिराजपुर गांव निवासी मुनेश्वर यादव की पत्नी है. महिला ने बताया कि पति की प्रताड़ना से तंग आकर उसने खुदकुशी की नीयत से पहले अपने तीनों बच्चों को बारी-बारी से तालाब में फेंक दिया, फिर खुद भी तालाब में कूद गयी.
रविवार को इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलने पर महिला के पति और उसके परिजन सन्हौला थाना पहुंचे. यहां तीनों मासूमों के शव देख वे विलाप करने लगे. रविवार को इस घटना की खबर जिसे भी मिली, वह मासूमों के शव देखने थाना पहुंच गये. दिनभर लोगों को थाना आने-जाने का सिलसिला लगा रहा. तीन मासूमों के शव देख सबकी आंखें भर आयीं.
शव देख दहाड़ मार रोने लगा बच्चों का पिता : थाना में अपने तीन बच्चों के शव देख मुनेश्वर यादव दहाड़ मारकर रोने लगा. उसने कहा कि मेरे बच्चे आयुष, दिवाकर व बेटी सोनाली शनिवार की सुबह जब जगे तो वे रोने लगे. मैंने अपनी पत्नी को जगाया, तो वह नहीं उठी. मैंने दोनों बड़े बच्चों को नहला कर खाना खिलाया. इसके बाद पत्नी से कहा कि मैं महगामा काम करने जा रहा हूं. सोनाली रो रही है, उसे कुछ खिला दो, लेकिन उसने मेरी बात अनसुनी कर दी. गुस्से में मैंने उसे हल्के से एक चांटा मारा और काम करने निकल गया. दिन के करीब डेढ़ बजे घर से फोन आया कि मेरी पत्नी बच्चों के साथ घर से निकल गयी है. उसके बाद से हमलोगों ने उनकी तलाश शुरू की. सुबह पता चला कि एक महिला का इलाज सन्हौला अस्पताल में चल रहा है. जब हम अस्पताल पहुंचे, तो वह थाना आ चुकी थी. थाना पहुंचने पर पता चला कि मेरे सभी बच्चों की मौत हो गयी है.
महिला ने कहा, प्रताड़ित करता था पति : होश में आने पर महिला ने पुलिस को बताया कि पति और ससुराल वाले हमेशा मेरे साथ मारपीट करते थे. शनिवार को भी मेरे साथ मारपीट की. तब मैं गुस्से में आकर बच्चों को लेकर निकल गयी. मैं अपने मायके सन्हौला के ऊपर सकरामा गांव जा रही थी. महागामा से वाहन से पहुंचने के बाद पैदल ही जा रही थी. शाम करीब सात बजे जब मुर्गियाचक तालाब के पास पहुंची, तो मेरे मन में आया कि अब जीना बेकार है. तब मैंने अपने सभी बच्चों को बारी-बारी से तालाब में धकेल दिया और फिर मैं भी जान देने के लिए तालाब में कूद गयी.
ग्रामीणों ने बेहोशी की हालत में महिला को निकला था
बता दें कि महिला के तालाब में कराहने की आवाज पर तालाब के पास के घर के लोग पहुंचे. टॉर्च जलाकर देखा, तो महिला दिखी. इसके बाद ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने तालाब में तलाश करायी, तो उस वक्त दो बच्चों के शव मिले.
क्रोध में उजड़ गयी कुंता व मुनेश्वर की दुनिया
क्रोध में कुंता देवी व मुनेश्वर यादव की दुनिया ही उजड़ गयी. रविवार को दिनभर सबकी जुबान पर यही बात थी. इस हृदयविदारक घटना के लिए कोई महिला को तो कोई उसके पति मुनेश्वर और उसके परिवारवालों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे. महिला की ससुराल महागामा के पिरोजपुर और मायके ऊपर सकरामा से आये लोग बच्चों के शव देख हाय काट रहे थे. सबकी आंखों से आंसू निकल रहे थे.
कहते हैं थानाध्यक्ष
सन्हौला के थानाध्यक्ष वरुण कुमार ने बताया कि महिला के खिलाफ उसके पति मुनेश्वर यादव के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है.