प्रमोशन न कार्रवाई, सब चुनाव के बाद

भागलपुर : लोकसभा चुनाव में अधिकारियों की व्यस्तता और आदर्श आचार संहिता का स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय कार्यालय तक चुनाव का प्रभाव दिख रहा है. पूर्णकालिक वीसी प्रो रमा शंकर दुबे के नियुक्त होने के बाद तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के लगभग 200 शिक्षकों में यह आस जगी थी कि उनकी प्रोन्नति अप्रैल तक हो जायेगी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2014 4:34 AM

भागलपुर : लोकसभा चुनाव में अधिकारियों की व्यस्तता और आदर्श आचार संहिता का स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय कार्यालय तक चुनाव का प्रभाव दिख रहा है. पूर्णकालिक वीसी प्रो रमा शंकर दुबे के नियुक्त होने के बाद तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के लगभग 200 शिक्षकों में यह आस जगी थी कि उनकी प्रोन्नति अप्रैल तक हो जायेगी. आचार संहिता लागू हो जाने के कारण यह संभव नहीं हो सका.

विश्वविद्यालय के कुछ कॉलेजों के प्राचार्य पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. इन प्राचार्यो के तबादले का निर्णय सिंडिकेट की बैठक में लिया गया था. आचार संहिता के कारण वीसी ने यह निर्णय लिया कि चुनाव के बाद ही स्थानांतरण किया जायेगा. इधर पीजी पुरुष व महिला छात्रवास में अवैध रूप से रहनेवाले छात्र-छात्राओं को बाहर निकालना है विश्वविद्यालय ा्रशासन यह मान रहा है कि अवैध रूप से रह रहे छात्र-छात्राओं को बाहर निकालने की कार्रवाई चुनाव के बाद ही जिला प्रशासन करेगा. जिले के 32 मध्य विद्यालयों में भवन निर्माण नहीं होने और खाता से राशि निकल जाने का मामला फरवरी में ही प्रधानाध्यापकों की बैठक में सामने आया था. इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को 31 मार्च तक भवन निर्माण कार्य पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया था. दूसरी ओर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी चुनावी बैठकों में व्यस्त होने के कारण अपने कार्यालय में समय नहीं दे पा रहे हैं. लिहाजा 32 स्कूलों का मामला 31 मार्च बीत जाने के 10 दिन के बाद भी लटका हुआ है.

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