कटाव की जद में हरियो गांव

बिहपुर: कोसी की धारा में हुए बदलाव का असर बिहपुर प्रखंड के हरियो में दिखने लगा है. कोसी दियारा में हजारों एकड़ खेत व फलदार बागीचों को अपने गर्भ में समेटने के बाद अब कोसी के कटाव का खतरा हरियो गांव पर मंडराने लगा है. कटाव से भयभीत ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने रविवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2017 8:19 AM
बिहपुर: कोसी की धारा में हुए बदलाव का असर बिहपुर प्रखंड के हरियो में दिखने लगा है. कोसी दियारा में हजारों एकड़ खेत व फलदार बागीचों को अपने गर्भ में समेटने के बाद अब कोसी के कटाव का खतरा हरियो गांव पर मंडराने लगा है. कटाव से भयभीत ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने रविवार को मध्य विद्यालय हरियो, महेशपुर के परिसर में महापंचायत का आयोजन कर प्रशासन पर उदासीनता बरतने का आरोप लगाया.
मुखिया चंचला देवी, सरपंच नीलू देवी व पंंसस मुन्नी देवी ने कहा कि कटाव के बारे में कई बार सरकारी अधिकारियों को बताया गया, लेकिन बचाव का कोई उपाय नहीं किया गया.
कटाव का दायरा सतीशनगर से हरियो त्रिमुहान तक बने 16 किमी बांध से महज 50 मीटर ही दूर रह गय है. जल्द बचाव का उपाय नहीं किया गया, तो हरियो पंचायत के वार्ड 06 से 13 तक की करीब 17 हजार आबादी बेघर हो जायेगी. साथ ही एनएच 31 व एनएच 106 भी कटाव की चपेट में आ जायेंगे. जिले से लेकर राज्य के सभी आला अधिकारियों को आवेदन प्रेषित करने का निर्णय लिया गया.
मुखिया प्रतिनिधि पवन साह, सरपंच प्रतिनिधि राजकिशोर कुमार व पंसस प्रतिनिधि रामबालक पासवान ने बताया कि कटाव के कारण हरियो से गोविंदपुर तक बनने वाले पुल के लिए रखी सामग्री भी बह गयी है.
नारायण पासवान, सुरेश राजपाल, शशिकांत सिंह, सुभाषचंद्र सिंह, हरिकृष्ण सिंह, पलकधारी पासवान, सुरेश साह, विनय मालाकार व सुनील कुमार सुमन, गांविंद यादव आदि ने कहा कि यदि 20 नवंबर तक कटाव की रोकथाम की दिशा में प्रशासन ने कारगर पहल नहीं की, तो पूरे गांव के लोग धरना-प्रदर्शन व एनएच 31 जाम करने को बाध्य हो जायेंगे.

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