खरीक में एसबीआइ के 757 खातों से निकासी पर रोक
खरीक : नोटबंदी के सालभर बाद भी लोग अपने ही बैंक खातों से पैसे सामान्य ढंग से नहीं निकाल पा रहे हैं. इसकी एक बानगी खरीक बाजार की एसबीआइ शाखा है. यहां के बिना पैन वाले 757 खाताें से आयकर विभाग व आरबीआइ के निर्देश पर रोक लगा दी गयी है. किसानों को परेशानी : […]
खरीक : नोटबंदी के सालभर बाद भी लोग अपने ही बैंक खातों से पैसे सामान्य ढंग से नहीं निकाल पा रहे हैं. इसकी एक बानगी खरीक बाजार की एसबीआइ शाखा है. यहां के बिना पैन वाले 757 खाताें से आयकर विभाग व आरबीआइ के निर्देश पर रोक लगा दी गयी है.
किसानों को परेशानी : इसके कारण रबी की बुआई करने वाले किसानों को काफी परेशानी हो रही है. किसानों को समझ में नहीं आ रहा है की गेहूं और मक्का की खेती के लिए पैसे का प्रबंध कैसे करें.
बैंक में अपने पैसे रहते किसान ब्याज पर पैसे लेने के लिए साहूकारों से मिन्नत कर रहे हैं. नोटबंदी के बाद ऐसे पैन कार्ड रहित खाताधारक जिनके खातों में एक अप्रैल 2016 से 13 मार्च 2017 तक दो लाख या इससे अधिक रकम जमा हुई है, उनके खाते से निकासी तभी हो सकेगी जब खाता धारक बैंक में पैन कार्ड व आधार कार्ड की फोटोकॉपी, मोबाइल नंबर और एक घोषणापत्र बैंक में जमा करेंगे. बैंककर्मियों का कहना है कि इस प्रक्रिया में कम से कम माह भर का समय लगेगा.
कहते हैं िकसान
खरीक के मक्का उत्पादक किसान फौजी यादव, महेंद्र यादव, चंदन यादव, चंद्रशेखर सिंह, विपुल राय आदि ने कहा कि रबी फसल की बुआई के मौसम में खाते पर रोक लगा देने से हमारे पास खेती के लिए पैसे नहीं है. यदि खाते पर लगी रोक नहीं हटायी गयी, तो हमलोग आंदोलन करेंगे.
कहते हैं क्षेत्रीय प्रबंधक
एसबीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक विनय कुमार ने कहा कि आयकर विभाग के निर्देश पर नोटबंदी के बाद ऐसे खातों पर होल्ड लगाया गया है. किसानों के खाते पर लगा होल्ड अविलंब हटाने का निर्देश ब्रांच मैनेजर को दिया गया है. किसान जरूरी कागजात- पैन, आधार, घोषणा पत्र व मोबाइल नंबर बैंक को उपलब्ध करा अपने खाते से पैसे निकाल सकते हैं.
कहते हैं शाखा प्रबंधक
खरीक बाजार एसबीआइ शाखा के प्रबंधक एसके सुमन ने कहा कि आरबीआइ के निर्देश पर होल्ड लगा है. बैंक में जरूरी कागजात जमा करने पर निकासी पर लगी रोक हटा ली जायेगी.