बंद थी इमरजेंसी की पैथोलॉजी, टालना पड़ा ऑपरेशन

भागलपुर : जेएलएनएमसीएच में काबिल डॉक्टर, सुसज्जित आॅपरेशन थिएटर व प्रशिक्षित नर्स होने के बावजूद रात आठ बजे के बाद आॅपरेशन नहीं हो पाता है. शुक्रवार की रात में इमरजेंसी में 13 साल का बच्चा अपने पेट के आॅपरेशन के लिए बेड पर इंतजार कर रहा था. सर्जन व निश्चेतक बच्चे की पैथोलॉजी जांच कराने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2017 5:43 AM

भागलपुर : जेएलएनएमसीएच में काबिल डॉक्टर, सुसज्जित आॅपरेशन थिएटर व प्रशिक्षित नर्स होने के बावजूद रात आठ बजे के बाद आॅपरेशन नहीं हो पाता है. शुक्रवार की रात में इमरजेंसी में 13 साल का बच्चा अपने पेट के आॅपरेशन के लिए बेड पर इंतजार कर रहा था. सर्जन व निश्चेतक बच्चे की पैथोलॉजी जांच कराने के लिए इमरजेंसी के जांच घर के खुलने का इंंतजार चार घंटे तक इंतजार करते रहे. अंततोगत्वा रात 12 बजे बच्चे की सर्जरी डॉक्टरों को टालनी पड़ी.

शुक्रवार को करीब 13 साल का एक बच्चा पेट में चोट लगने के कारण भर्ती हुआ. उस बच्चे का आॅपरेशन करना जरूरी था. शुक्रवार की रात करीब आठ बजे इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात एसओडी (सर्जन ऑन ड्यूटी) ने तत्काल ऑपरेशन करने का फैसला लिया. बच्चे की हिमोग्लाेबिन, एचआइवी, इलेक्ट्रोलाइट्स, हेपेटाइटिस बी व सी तथा हिमोग्लोबिन जांच कराने का निर्णय लिया गया. सैंपल लेकर जब अटेंडेंट इमरजेंसी के जांच घर गया तो पता चलता है कि जांच घर बंद है.

फिर माैके पर हेल्थ मैनेजर बुलाया गया. लेकिन सारे जतन व्यर्थ हो गये. चार घंटे तक जांच घर के खुलने का इंतजार करने के बाद जब जांच घर नहीं खुला. फिर अगले दिन ऑपरेशन करने का फैसला लिया गया.

16 घंटे बाद हुआ बच्चे का ऑपरेशन: जिस बच्चे के पेट का आॅपरेशन शुक्रवार की रात आठ बजे हो जाना था, वह शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे हुआ.
इमरजेंसी के दौरान मरीजों के इलाज एवं आॅपरेशन करने में पैथोलॉजी जांच कोई बाधा न बने, इसके लिए ही इमरजेंसी में जांच घर की स्थापना की गयी. एेसे में इसका बंद होना दुर्भाग्यपूर्ण है. सोमवार को इस मामले को देखता हूं.
डॉ आरसी मंडल, अधीक्षक जेएलएनएमसीएच भागलपुर

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