प्यार के चक्कर में गयी विवाहिता की जान

सदमे में पति ने कर ली थी आत्महत्या फेसबुक व व्हाट्सएप के जरिये विवाहिता को फंसाया आरोपित गुरफान अहमद दो दर्जन लड़कियों को अपनी जाल में फंसा चुका है 20 सितंबर को पाकुड़ स्टेशन के पास मिला था विवाहिता का शव कहलगांव (भागलपुर) : एनटीपीसी कहलगांव के पीटीएस में रहने वाली विवाहिता जूली भारती (23) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2017 4:57 AM

सदमे में पति ने कर ली थी आत्महत्या

फेसबुक व व्हाट्सएप के जरिये विवाहिता को फंसाया
आरोपित गुरफान अहमद दो दर्जन लड़कियों को अपनी जाल में फंसा चुका है
20 सितंबर को पाकुड़ स्टेशन के पास मिला था विवाहिता का शव
कहलगांव (भागलपुर) : एनटीपीसी कहलगांव के पीटीएस में रहने वाली विवाहिता जूली भारती (23) फेसबुक और व्वाट्सएप्प के जरिये बोकारो के युवक गोल्डी उर्फ गुरफान अहमद के प्रेम जाल में ऐसी उलझी कि उसे उसकी कीमत अपनी मौत देकर चुकानी पड़ी. इस मौत का गुनहगार बना दो दर्जन लड़कियों को फंसाने वाला बोकारो निवासी गुरफान अहमद उर्फ गोल्डी. पुलिस ने आरोपित युवक को पटना जंक्शन से मंगलवार को
प्यार के चक्कर…
गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि मौत की कहानी हत्या या आत्महत्या है इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही हो सकेगा. बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहलगांव एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने उक्त घटना का खुलासा किया.
-वैवाहिक जीवन से दुखी थी जूली:
एनटीपीसी कहलगांव के पीटीएस में रहने वाले इंजीनियर राजकिशोर तांती ( तारडीह- अमरपुर थाना- बांका निवासी ) की एकलौती पुत्री जूली भारती का 2013 में (पीरपैंती के ईशीपुर बाराहाट के महेशपुर -रौशनपुर निवासी) सुमित सिंह उर्फ टिंकू के साथ प्रेम विवाह हुआ था, लेकिन दोनों का दांपत्य जीवन सुखी नहीं था. अक्सर दोनों में बाताबाती होती रहती थी. नशे का आदी होने के कारण सुमित अपनी पत्नी जूली के साथ मारपीट भी करता था. इसी वजह से जूली ससुराल में न रहकर अपने मायके एनटीपीसी के पीटीएस में रह रही थी. इस बीच एक बच्चे का जन्म हुआ.
-पति ने गंगा में कूद कर अपनी जान दे दी थी
एनटीपीसी के शाॅपिंग कॉम्प्लेक्स में 18 सितंबर की शाम खरीदारी करने गयी जूली भारती अचानक गायब हो गयी. गुरफान के बुलावे पर वह गया-हावड़ा ट्रेन पकड़ कर कोलकाता पहुंच गयी. एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि कोलकाता पहुंचने पर जूली और गुरफान पति-पत्नी के रूप में अपने दोस्त के होटल में ठहरे. दोनों एक साथ घूमे- फिरे. इसके बाद शादी करने के सवाल पर गुरफान की ओर से इंकार किये जाने के बाद दोनों में अनबन हो गयी.
जूली 19 सितंबर की रात गया-हावड़ा ट्रेन से वापस कहलगांव लौट गयी. पुलिस का कहना है कि इस प्यार में बुरी तरह से धोखा खाई जूली ने डिप्रेशन में आकर पाकुड़ स्टेशन पर आत्महत्या कर ली होगी. हालांकि पुलिस को जूली की खुदखुशी पर अंदेशा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है. जूली की मौत के दूसरे दिन ही उसके पति सुमित सिंह ने गंगा में कूद कर अपनी जान दे दी थी.
-गिरफ्तार गुरफान दो दर्जन लड़कियों के संपर्क में
इधर मृतका जूली से बरामद मोबाइल के काल डिटेल्स से पुलिस ने आरोपित गुरफान अहमद उर्फ गोल्डी ( पिता इम्तियाज आलम, सुल्तान नगर, चास थाना- बोकारो निवासी) की संदिग्ध गतिविधि सामने आने पर उसका मोबाइल ट्रैप किया. मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने युवक को पटना ज॔क्शन से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपों के खिलाफ बोकारो थाने में बाइक चोरी का भी केस दर्ज है. इस कारण वह बोकारो से भागकर बिहिया में रह रहा था.
बोकारो लौटने के क्रम में पटना जंक्शन से उसकी गिरफ्तारी हुई. अपना जुर्म स्वीकार करते हुए गुरफान अहमद ने पुलिस को बताया कि जूली को भावनात्मक तरीके से फांसकर शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाया. उसके मोबाइल से मिले फोटोग्राफ से पता चला है कि गोल्डी का दो दर्जन लड़कियों से संपर्क है. होटल में बिताये जूली व गुरफान की कई अंतरंग तस्वीर भी मोबाइल की गैलरी में मिले हैं. युवक का मुख्य धंधा फेसबुक/ व्हाट्सएप्प के जरिये दोस्ती का झांसा देकर पैसा ऐंठना और लड़कियों के साथ संबंध बनाना था. एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार गुरफान के बयान पर इस रैकेट में शामिल उसके अन्य सहयोगियों को पता लगाया जा रहा है. दो दर्जन लड़कियों के संबंध के अंजाम को खंगाला जायेगा. कहलगांव एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में की गयी छापेमारी में एनटीपीसी थाने के एएसआई समीर डे, सिपाही रामप्रवेश कुमार, शिव दर्शन सिंह, व सौरभ सिंह, तकनीकी शाखा, डीएसपी आॅफिस शामिल थे.
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पाकुड़-कोटालपोखर रेलखंड पर मिला था शव
19 सितंबर को एनटीपीसी थाने में मां ने अपनी पुत्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. इसके अगले दिन 20 सितंबर को हावड़ा डिवीजन अंतर्गत पाकुड़- कोटालपोखर रेलखंड पर रेलवे यार्ड के पास जूली का गला कटा शव मिला था. शव की पहचान मिले बैग में रखे मोबाइल व आइडी से हुई थी. जीआरपी की सूचना पर परिजन पाकुड़ पहुंचे थे. 21 सितंबर की रात मृतका जूली का अंतिम संस्कार किया गया था.

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