बांग्लादेश जेल में बंद जगदीश की हो सकती है रिहाई
रिहाई को लेकर एसएसपी मनोज कुमार ने सूबे के गृह सचिव व डीजीपी को भेजा पत्र भागलपुर : पांच साल से बांग्लादेश के कुलीग्राम जेल में बंद सन्हौला के जगदीश की रिहाई को लेकर उम्मीद रंग लाने लगी है. एसएसपी मनोज कुमार ने जगदीश के रिहाई के लिए तीन दिन पहले डीएम भागलपुर आदेश तितरमारे […]
रिहाई को लेकर एसएसपी मनोज कुमार ने सूबे के गृह सचिव व डीजीपी को भेजा पत्र
भागलपुर : पांच साल से बांग्लादेश के कुलीग्राम जेल में बंद सन्हौला के जगदीश की रिहाई को लेकर उम्मीद रंग लाने लगी है. एसएसपी मनोज कुमार ने जगदीश के रिहाई के लिए तीन दिन पहले डीएम भागलपुर आदेश तितरमारे को पत्र लिख दिया है. उक्त पत्र को एसएसपी ने सूबे के गृह सचिव व डीजीपी को भेज जगदीश की रिहाई के लिए अग्रिम कार्रवाई के लिए आग्रह किया है. बता दें कि करीब पांच साल पहले सन्हौला प्रखंड के पोठिया गांव निवासी जगदीश महलदार (30 वर्ष) असम के डिब्रूगढ़-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ के आरोप में बांग्लादेश सुरक्षा बल द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. तब से उसे बांग्लादेश के कुलीग्राम जेल में रखा गया है.
जगदीश की गिरफ्तारी की सूचना बांग्लादेशी दूतावास ने भारतीय दूतावास को दे दी थी. 15 मई 2017 को गृह विभाग ने जगदीश के नाम-पता का सत्यापन करने संबंधी पत्र एसएसपी मनोज कुमार को पत्र लिखा था. एसएसपी श्री कुमार ने इस पत्र के अनुपालन के क्रम में जगदीश के नाम-पता का सत्यापन कर रिपोर्ट गृह विभाग को भेज दिया था. 13 नवंबर 2017 को जगदीश महलदार के बड़े भाई कारू महलदार और भाभी रानी देवी ने डीआइजी विकास वैभव व एसएसपी मनोज कुमार से मुलाकात कर बांग्लादेश कुलीग्राम जेल में बंद जगदीश महलदार के रिहाई के लिए पहल की मांग की थी. इस बाबत डीआइजी ने एसएसपी को कार्यवाही का निर्देश दिया.
एसएसपी को जगदीश के बड़े भाई-भाभी ने बताया था कि उनका छोटा भाई मानसिक रूप से बीमार है और पांच साल पहले घर छोड़कर चला गया था. तब से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था. जब इस साल मई 2017 में भागलपुर पुलिस उसके नाम-पता का सत्यापन करने को घर पहुंची तब उसके कुलीग्राम जेल में बंद होने की सूचना मिली.
केंद्र एवं प्रदेश सरकार को कहलगांव के विधायक लिख चुके हैं पत्र. जगदीश के बड़े भाई की माने तो कुलीग्राम जेल से जगदीश महलदार की रिहाई को लेकर केंद्र एवं बिहार सरकार को पत्र लिख चुके हैं.
रिहाई को ले लिखा पत्र
तीन दिन पहले जगदीश की रिहाई को लेकर पत्र लिखा चुका है. उक्त पत्र को सूबे के गृह सचिव व डीजीपी को भी भेज दिया गया है. आगे की कार्यवाही के लिए डीजीपी एवं गृह सचिव के अगले आदेश का इंतजार हो रहा है.
मनोज कुमार, एसएसपी भागलपुर