अभियुक्त विनोद पांच दिनों की रिमांड पर चार को जमानत सृजन घोटाला

पटना/भागलपुर : सीबीआइ ने चर्चित सृजन घोटाला मामले में आरोपित सृजन महिला विकास सहयोग समिति की किंगपिन मनोरमा देवी (मृत) का चालक विनोद कुमार मंडल से पूछताछ करने के लिए कोर्ट से पांच दिनों का रिमांड लिया है. सीबीआइ रिमांड के दौरान घोटाले के दौरान बैंक से मनोरमा देवी के पास चेक के इधर-उधर करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2017 5:53 AM

पटना/भागलपुर : सीबीआइ ने चर्चित सृजन घोटाला मामले में आरोपित सृजन महिला विकास सहयोग समिति की किंगपिन मनोरमा देवी (मृत) का चालक विनोद कुमार मंडल से पूछताछ करने के लिए कोर्ट से पांच दिनों का रिमांड लिया है. सीबीआइ रिमांड के दौरान घोटाले के दौरान बैंक से मनोरमा देवी के पास चेक के इधर-उधर करने का राज उगलवायेगी. मनोरमा देवी के चालक के रूप में वह घोटालेबाजों के घरों पर भी जाता था.

अभियुक्त विनोद पांच…
इस कारण घोटाले के ठिकानों का भी पता विनोद मंडल के माध्यम से ही लग सकेगा. उस समय एसआइटी पूछताछ के दौरान चर्चा थी कि विनोद ने मनोरमा देवी के कई करीबियों का नाम भी बताया है. सूत्रों की मानें तो सीबीआइ को भी विनोद मंडल की मदद से जांच में कुछ अहम बिंदु मिले, इस कारण कोर्ट से रिमांड की मांग की गयी थी. इधर,
पटना की सीबीआइ मजिस्ट्रेट गायत्री कुमारी की अदालत ने सोमवार को विनोद मंडल के रिमांड की अनुमति देने के अतिरिक्त चार अन्य आरोपित बांका को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक रहे विजय कुमार गुप्ता, नवगछिया के को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंधक रहे अशोक कुमार अशोक, भागलपुर को-ऑपरेटिव बैंक के सेवानिवृत्त प्रबंधक सुधांशु कुमार दास और कहलगांव को-ऑपरेटिव बैंक प्रबंधक रही सुनीता चौधरी को जमानत दे दी. सीबीआइ ने इन अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल नहीं किया था. वहीं उनकी हिरासत अवधि 90 दिनों से अधिक हो गयी थी, इसलिए उन्हें जमानत दी गयी. गौरतलब हो कि इस मामले में सीबीआइ की ओर से अब तक दो दर्जन से अधिक आरोपित के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है.
प्रेम कुमार के योगदान पर स्वीकृति विचाराधीन:
डीएम के स्टेनो रहे प्रेम कुमार के निलंबन मुक्त करने व योगदान पर स्वीकृति देने संबंधी मामला विचाराधीन है. इस मामले में सोमवार को भी डीएम स्तर पर कोई निर्देश नहीं मिल सका है. उनके बारे में संशय की स्थिति बरकरार है.

Next Article

Exit mobile version