बिहार : भागलपुर के दियारा में आतंक का पर्याय घोषित इनामी सरगना कमांडो यादव गिरफ्तार

भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले के दियारा में आतंक का पर्याय बने एक इनामी अपराधी को एसटीएफ ने धर दबोचा है. भागलपुर और नवगछिया इलाके के आतंक और सरदर्द माने जाने वाले कुख्यात अपराधी सरगना कमांडो यादव को एसटीएफ आइजी कुंदन कृष्णन के निर्देश पर बनी विशेष टीम ने उसके दो साथियों केसाथ गिरफ्तार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2017 11:45 AM

भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले के दियारा में आतंक का पर्याय बने एक इनामी अपराधी को एसटीएफ ने धर दबोचा है. भागलपुर और नवगछिया इलाके के आतंक और सरदर्द माने जाने वाले कुख्यात अपराधी सरगना कमांडो यादव को एसटीएफ आइजी कुंदन कृष्णन के निर्देश पर बनी विशेष टीम ने उसके दो साथियों केसाथ गिरफ्तार कर लिया. लगातार आठ सालों सेकईआपराधिक मामलों में फरार कमांडो यादव पर सरकार ने 25000 का इनाम घोषित कर रखा था . खासकर नवगछिया इलाके में अपनी गतिविधियों से पुलिस को परेशान करने वाले कमांडो यादव की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ ने विशेष दल का गठन किया था. एसटीएफ एसपी रंजीत कुमार मिश्रा विशेष छापामारी टीम का नेतृत्व कर रहे थे.

जानकारी के मुताबिक आइजी के निर्देश पर एसपी ने एसओजी वन की टीम को नवगछिया के लिए रवाना किया था. 3 दिनों से एसटीएफ कमांडो यादव की टोह में लगी थी.बादमें काफी मशक्कत के बाद दियारा इलाके से उसे गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी. लोडेड देसी कट्टा और 30 गोलियों के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी निशानदेही पर उसके दो साथियों पंकज यादव और सोनू मंडल को गिरफ्तार किया गया. पंकज यादव गोराडीह थाना के मोहनपुर गांव का रहने वाला है, वही सोनू कुमार गोपालपुर इलाके का रहने वाला है. दोनों के पास से देशी राइफल और तीस गोलियां बरामद की गयी हैं.

कमांडो यादव पर 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे. हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी, डकैती के 20 से अधिक मामलों में वह अभी भी फरार चल रहा था. इलाके के लोग उसके नाम से थर-थर कांपते थे. उसके आतंक का ही परिणाम था कि उसके खिलाफ कोई सूचना पुलिस को मिल नहीं पाती थी. एसटीएफ की टीम सादे लिबास में कमांडो यादव गिरोह की घेराबंदी के लिए दियारा इलाके में बढ़ रही थी. एसटीएफ के एक अधिकारी और कमांडो जब अपराधी सरगना कमांडो यादव के काफी नजदीक पहुंच गये तो उसे कुछ आभास हुआ. अचानक उसने एसटीएफ के दरोगा पर अपनी पिस्तौल तान दी. हालांकि जवानों की सतर्कता के कारण बड़ा हादसा टल गया.

यह भी पढ़ें-
लालू ने स्वीकार किया सुशील मोदी का ‘ओरहन’, कहा- तेज प्रताप कुछ नहीं करेगा, करें बेटे की शादी

Next Article

Exit mobile version