पहले प्यार, फिर शादी के नाम 20 दिनाें तक यौन शोषण
भागलपुर: करीब डेढ़ साल पहले कचहरी में पिता की मृत्यु के बाद मृत प्रमाण पत्र बनवाने गयी युवती की मुलाकात बरारी क्षेत्र के एक युवक से क्या हुई मानों दुर्दिन से उसकी मुलाकात हो गयी. पहले युवक ने मीठे-मीठे बोल प्रेम जाल में फंसाया, शादी के नाम पर 20 दिनों तक यौन शोषण किया और […]
भागलपुर: करीब डेढ़ साल पहले कचहरी में पिता की मृत्यु के बाद मृत प्रमाण पत्र बनवाने गयी युवती की मुलाकात बरारी क्षेत्र के एक युवक से क्या हुई मानों दुर्दिन से उसकी मुलाकात हो गयी. पहले युवक ने मीठे-मीठे बोल प्रेम जाल में फंसाया, शादी के नाम पर 20 दिनों तक यौन शोषण किया और बात-बात पर मारा-पीटा भी. इस घड़ी में पीड़िता युवती के घरवालों ने भी मुंह मोड़ लिया.
अब पीड़िता कभी रेलवे स्टेशन तो कभी मंदिर में सर्द रातें गुजार रही है. एसएसपी कार्यालय न्याय की गुहार लगाने आयी लोदीपुर थानाक्षेत्र की स्वीटी (22)(काल्पनिक नाम) अप्रैल 2016 में पिता की मौत के बाद कचहरी में मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने गयी थी. किशोरी के अनुसार उस वक्त उसकी मुलाकात बरारी थानाक्षेत्र के बंगला कोठी मधु चौक के बबलू से हुई. उसने मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर स्वीटी से उसका मोबाइल नंबर लिया. फोन पर शुरू हुई मीठी-मीठी बातें कब प्यार में तब्दील हो गयी, उसे पता ही नहीं चला. बबलू ने शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बना लिया. बबलू ने उसको अपने घर रखकर 20 दिनों तक यौन शाेषण किया.
मुंह में कपड़ा ठूंस कर मारा, बरारी थाने ने नहीं सुनी फरियाद. युवती के अनुसार बबलू जब तक उसे अपने घर में रखा तब तक उसका न केवल यौन शोषण किया, बल्कि बात-बात पर उसे मारता-पीटता भी था. 21 नवंबर की रात डेढ़ बजे बबलू ने अपने घर के एक कमरे में बंद करके उसके मुंह में कपड़ा ठूंस कर मारा-पीटा था. हालत इतनी खराब हो गयी थी कि चला नहीं जाता था. 22 नवंबर को बरारी थाने में इसकी शिकायत करने गयी, तो मुंशी ने उसकी पीड़ा सुनने के बजाय कोतवाली थाने भेज दिया.
हड़प लिया 17 हजार रुपये. युवती के अनुसार, बबलू ने उसके खाते से 17 हजार रुपये निकालकर हड़प लिया. जब मांगी तो उसने 20 हजार रुपये का एकाउंट पेयी चेक दिया, जो बाउंस हो गया था. तब से जब भी अपना रुपया मांगी, तो बदले में उसे मार व जान से मारने की धमकी मिली. पीड़िता के अनुसार जब बबलू से उसे धोखा मिला, तो थक हारकर वह अपने घर गयी. वहां अपनों ने घर से निकाल दिया. तब से वह कभी मंदिर, कभी रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म, वेटिंग रूम या फिर फुटपाथ पर जिंदगी गुजार रही है.