कल्याण विभाग के सभी खातों की होगी जांच

पटना/भागलपुर : हजार करोड़ से ऊपर पहुंच चुके सृजन घोटाले के बाद बिहार सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है. नयी खबर यह है कि अब पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में भी स्पेशल ऑडिट करायी जायेगी. इस आदेश के बाद भागलपुर जिले के संबंधित विभाग में खलबली मची है. इधर, जिला कल्याण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2017 6:17 AM

पटना/भागलपुर : हजार करोड़ से ऊपर पहुंच चुके सृजन घोटाले के बाद बिहार सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है. नयी खबर यह है कि अब पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में भी स्पेशल ऑडिट करायी जायेगी. इस आदेश के बाद भागलपुर जिले के संबंधित विभाग में खलबली मची है. इधर, जिला कल्याण पदाधिकारी सुनील शर्मा स्थानीय कार्यालय में ज्वाइनिंग के बाद अवकाश पर चले गये हैं. उनके नहीं रहने पर कार्यालय में जैसे-तैसे काम चल रहा है.

अभी तक निकासी व व्ययन प्रभारी नहीं रहने पर पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति को लेकर आये आवेदन की भी जांच रुकी हुई है. सरकार भागलपुर जिले के तमाम विभागों के बही-खातों की विशेष जांच करा रही है. महिला विकास व बाल परियोजनाओं की विशेष ऑडिट के आदेश पहले ही हो चुके हैं. इसके बाद सरकार ने पूरे प्रदेश के आइसीडीएस से संबंधित बाल विकास परियोजनाओं के खातों की जांच के निर्देश जारी किये. इसके लिए विभाग के प्रधान सचिव ने वित्त विभाग को लिखा भी था.

घोटाले से जुड़े अधिकारी मुख्यालय में भी हैं तैनात
सूत्रों ने बताया कि सृजन घोटाले से जुड़े बड़े अधिकारी पटना मुख्यालय में तैनात हैं. यह स्टाफ के बीच चर्चा का विषय भी है. जांच एजेंसी का शिकंजा कसने पर इन अधिकारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि यहां मुख्यालय में तैनात कई अधिकारी उस दौरान भागलपुर में शीर्ष पदों पर रहे हैं.
यह रही लिपिकों की जिम्मेदारी
जिला नाजिर ओम श्रीवास्तव: प्रधान नाजिर का कार्य, लेखा संबंधी, रोकड़ पंजी संधारण, सिविल डिपोजिट, संसद, विधानमंडल संबंधी कार्य, नाजिर-रसीद निर्गत करना, आम आदमी बीमा योजना, बाल श्रमिक, बंधुआ मजदूर पुनर्वास संबंधी कार्य, एसी डीसी बिल, अग्रिम भुगतान कार्य व वैसे सभी काम जो अन्य लिपिक नहीं रह सकते हैं.
सहायक नाजिर प्रभात कुमार मोदी : बैंक से संबंधित कार्य, नगर विकास व पर्यटन संबंधी, चेक तैयार करना, जिला अतिथि गृह के समस्त कार्य सामग्री आपूर्ति व भवन निर्माण सहित, दुकान का आवंटन, अग्निशमन यंत्र का क्रय व रिफिलिंग, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के वर्दी, सामग्री क्रय संबंधी (गोपनीय, आवासीय कार्यालय व डीएम के कार्यालय वेश्म), जनता दरबार व सभी प्रकार के परिवाद पत्र का निबटारा, विभिन्न कार्यालय से प्राप्त पोस्टल ऑर्डर संबंधी कार्य, कन्टिजेंट बिल से संबंधित निकासी कार्य.
सहायक नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव : अंकेक्षण में सहयोग, सशस्त्र झंडा दिवस, कौमी एकता सशस्त्र सेना झंडा दिवस, सूचना का अधिकार, मानवाधिकार संबंधी कार्य, रैफ विधि व्यवस्था, पेट्रोल पंप से प्राप्त इंधन बिल.
सहायक नाजिर आफताब आलम शम्सी : सामग्री क्रय संबंधी, नजारत स्थापना संबंधी, अवकाश संबंधी संचिका, सरकारी वाहन गणमान्य परीक्षा आदि तथा जेनरेटर, निविदा संबंधी व सैप व विधि व्यवस्था संबंधी कार्य, बैठक व वीडियो कांफ्रेंस संबंधी काम, दूरभाष से संबंधित तथा जिला समादेष्टा व होमगार्ड संबंधी कार्य, निर्वाचन संबंधी व कंप्यूटर क्रय व मरम्मत, सीसीटीवी कैमरा संंबंधी काम, महोत्सव, प्राप्त निर्गत पंजी का संधारण, लंबित पत्रों की सूची तैयार करना व स्टांप पंजी का संधारण.
सहायक नाजिर राजेश कुमार सिन्हा : आवासीय कार्यालय, जेनरेटर, बोरिंग, मोटर आदि मरम्मत, जिलाधिकारी आवास की व्यवस्था संबंधी कार्य.
लिपिक कौशर जमील व विनोद कुमार: वेतन, मानदेय भुगतान को लेकर कोषागार से पारित करवाना, बैंक से विवरणी प्राप्त करना, रोकड़ पंजी संधारित करना, राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र तैयार करना व अधियाचना करना, वेतन पंजी संधारण.

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