महिला पार्षद के घर के बरामदे में फटा बम, मुहल्ले में दहशत
भागलपुर : मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के हुसैनपुर में वार्ड नंबर 40 की पार्षद नजमा खातून के घर के बाहर बरामदे में शुक्रवार की अलसुबह अज्ञात बदमाशों ने बमबाजी की. बदमाशों द्वारा फेंके गये दो में से एक बम फटा जबकि दूसरा नहीं फटा. बम की आवाज से मुहल्ले में दहशत का माहौल हो गया. मौके […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
December 2, 2017 5:41 AM
भागलपुर : मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के हुसैनपुर में वार्ड नंबर 40 की पार्षद नजमा खातून के घर के बाहर बरामदे में शुक्रवार की अलसुबह अज्ञात बदमाशों ने बमबाजी की. बदमाशों द्वारा फेंके गये दो में से एक बम फटा जबकि दूसरा नहीं फटा. बम की आवाज से मुहल्ले में दहशत का माहौल हो गया. मौके पर मोजाहिदपुर पुलिस पहुंची और वहां से साबूत बम व फूटे बम के अवशेष को एकत्र कर थाने ले गयी.
घटना के बाबत पार्षद नजमा खातून के पति मो शकील अहमद ने कहा कि सुबह चार बजे जब बम फटा तो तेज धमाका हुआ. लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी कि कोई दहशत के इरादे से उनके दरवाजे पर ही बम फोड़ गया. सुबह छह बजे कमरे से बाहर निकल कर बाहर आये तो देखा कि घर के बाहर बरामदे में एक बम पड़ा है जबकि फटे दूसरे बम के अवशेष जमीन पर बिखरे पड़े हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें किसी पर संदेह नहीं है इसलिए मोजाहिदपुर थाना में अज्ञात के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज करा दिया है.
दहशत फैलाना जान पड़ता है बमबाजी का मकसद
मोजाहिदपुर और हबीबपुर इलाके में आतंक का पर्याय बन चुके छोटुआ गिरोह द्वारा इस बमबाजी की घटना को अंजाम दिये जाने से इंकार नहीं किया जा सकता. चोरी, छिनतई और डरा धमका कर अवैध वसूली के कुख्यात छोटुआ गिरोह का हाथ होने की बात कुछ लोग कर रहे हैं. पुलिस भी इसी बिंदु के आधार पर मामले की पड़ताल में लगी हुई है. बमबाजी पार्षद के न तो घर पर और न ही घर की दीवार पर फेंका गया है. पार्षद पति के घर के बाहर खाली बरामदे पर बम फेंके जाने से इस बात की आशंका है कि बमबाजी का मकसद सिर्फ दहशत फैलाना जान पड़ता है.
किसी से कोई दुश्मनी नहीं : पार्षद
पार्षद नजमा खातून ने बताया कि आवाज सुनने पर वे बाहर नहीं निकले. उन्हें लगा कि स्टेशन के आस-पास कोई सामान गिरा होगा जिससे इतनी तेज आवाज हुई. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि मारे डर से वे घर से बाहर नहीं निकले. पार्षद नजमा खातून ने कहा कि उन्हें इस घटना को लेकर किसी पर संदेह नहीं है. किसी ने उन्हें धमकी भी नहीं दी. पार्षद ने कहा कि मोहम्मद साहब की 12वीं शरीफ के मौके पर पहली बार सजावट का काम किया गया है. इसके अलावा रेलवे स्टेशन साइड की दीवार टूट गयी थी. इस रास्ते अपराधियों की आवाजाही होती थी. छह माह पहले रेलवे स्टेशन साइड की ओर एक दीवार बनवा दी गयी है. हो सकता है इन दोनों काम से किसी के मन में जलन हुआ हो और उसने इस घटना को अंजाम दे दिया हो.