गोदाम से मिली ”डायरी” खोलेगी कई राज

व्यापारी की डायरी में कारोबारी के कई जगह लिखे हैं पते अलीगंज में काले कारोबार पर पहले भी होती रही छापेमारी भागलपुर : अलीगंज में सरयुग साह व आलोक कुमार के गोदाम में छापेमारी के दौरान टीम को एक डायरी भी मिली है. इस डायरी में चावल के कारोबार का पूरा ब्योरा है. टीम को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2017 5:16 AM

व्यापारी की डायरी में कारोबारी के कई जगह लिखे हैं पते

अलीगंज में काले कारोबार पर पहले भी होती रही छापेमारी
भागलपुर : अलीगंज में सरयुग साह व आलोक कुमार के गोदाम में छापेमारी के दौरान टीम को एक डायरी भी मिली है. इस डायरी में चावल के कारोबार का पूरा ब्योरा है. टीम को उम्मीद है कि डायरी से ही चावल के काले कारोबार का कोई सुराग हासिल होगा, जिसको लेकर टीम आगे का अनुसंधान करेगी. गोदाम के मजदूरों ने डायरी के ले जाने की बातें तो कहीं, मगर उसके बारे में अधिक बातें नहीं बता सके. सूत्रों के अनुसार, पकड़े गये व्यापारी जहां-जहां से चावल की खेप मंगवाते थे और उसके बदले जिन जगहों पर चावल के बोरे भेजते थे, दोनों के नाम व पते का ब्योरा है.
कई बार हो चुकी है अलीगंज क्षेत्र में छापेमारी. तत्कालीन सदर एसडीओ कुमार अनुज ने फरवरी 2016 में जीरोमाइल के पास दो गोदाम में देर रात छापेमारी की थी. उस गोदाम में छापेमारी के दौरान यह पता लगा था कि गोदाम में सरकारी अनाज के बोरे से प्लास्टिक बोरे में चावल भरकर उसे अलीगंज क्षेत्र में भेजा जाता है. उनके बाद आये तत्कालीन सदर एसडीओ रोशन कुशवाहा ने भी अलीगंज क्षेत्र में ही अवैध रूप से रखी सरकारी अनाज की खेप जब्त की थी.
कालाबाजारी करनेवाले सरकारी बोरे से सबसे पहले हटाते है सिलाई (पैकिंग)
बिहार राज्य खाद्य निगम या फिर राज्य खाद्य निगम के बोरे की सिलाई (पैकिंग) कुछ अलग तरह की होती है. इस कारण कालाबाजारी प्रशासनिक छापे से बचने के लिए फौरन बोरे की सिलाई को हटा कर हाथ की सिलाई कर डालते हैं. बिहार राज्य खाद्य निगम या फिर राज्य खाद्य निगम के खाली बोरे बाजार में बिकते हैं.

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