शवयात्रा में काफी संख्या में महिला-पुरुष व कई गण्यमान्य लोग साथ चल रहे थे. अंतिम विदाई देने के लिए कई महिलाएं श्मशान घाट तक गयी. गंगा घाट पर अंतिम संस्कार के लिए शव पहुंचा, तो मानो पूरा श्मशान घाट ही गम के माहौल में डूब गया. एक ही चिता पर दादी, पोती का शव का अंतिम संस्कार किया गया. मुखाग्नि बड़े पुत्र शुभम ने दिया.
डक्टर के निजी चालक व कंपाउंडर अभय कुमार के शव का दाह संस्कार रविवार को किया गया. काफी संख्या में लोगों की भीड़ शवयात्रा में उमड़ी थी. महिला पुरुष बच्चे शव के अंतिम दर्शन के लिए व्याकुल दिखे. सभी की आंखों में आंसू थे. डॉक्टर दंपती के परिजन दहाड़ मारकर रो रहे थे.