पहले जारी की गयी 61 दुकानों की सूची रद्द
भागलपुर: डीआरडीए में तीन अलग कमरे में तीन अनुमंडल के आवेदकों के कागजात की जांच की गयी. भागलपुर सदर, नवगछिया और कहलगांव के सभी आवेदकों को बुलाया गया. आवेदन में नाम-पता के अलावा रोड साइड 10 डिसमिल जमीन के कागजात की भी जांच की गयी. इस दौरान सदर अनुमंडल के एसडीओ सुहर्ष भगत, नवगछिया के […]
भागलपुर: डीआरडीए में तीन अलग कमरे में तीन अनुमंडल के आवेदकों के कागजात की जांच की गयी. भागलपुर सदर, नवगछिया और कहलगांव के सभी आवेदकों को बुलाया गया. आवेदन में नाम-पता के अलावा रोड साइड 10 डिसमिल जमीन के कागजात की भी जांच की गयी. इस दौरान सदर अनुमंडल के एसडीओ सुहर्ष भगत, नवगछिया के मुकेश कुमार व कहलगांव के अरुणाभ चंद्र वर्मा स्वयं मौजूद रहे.
विभाग को मिले थे 171 आवेदन : विभाग को कुल 171 आवेदन प्राप्त हुए थे. जगदीशपुर से सबसे अधिक 38 जबकि शाहकुंड से 16, कहलगांव से 11, पीरपैंती से आठ, सबौर से 13, सन्हौला से सात, सुल्तानगंज से 11, नाथनगर से 19, नवगछिया से 12, बिहपुर से तीन, गोपालपुर से छह, खरीक से चार, रंगरा से दो, इस्माइलपुर से आठ, नारायणपुर से दो और गोराडीह से 11 आवेदन मिले थे. गांव में दो पंचायत और शहर में दो वार्ड पर एक को लाइसेंस देने का नियम था. अधिक आवेदकों की संख्या जहां थी वहां लक्की ड्राॅ निकाला गया.
आवेदकों ने की थी सूची रद्द करने की मांग : 61 दुकानों की सूची जारी होने के बाद आवेदकों ने खनन पदाधिकारी पर पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाते हुए डीडीसी को बुधवार को ज्ञापन सौंपा था. आवेदकों ने सीओ से जमीन का निरीक्षण नहीं करवाने और अधिक अावेदन के बावजूद लॉटरी नहीं निकालने का आरोप लगाया था. उन्होंने सूची रद्द करने की मांग भी की थी.
75 आवेदकों का चयन : डीडीसी : डीडीसी आनंद शर्मा ने बताया कि 75 आवेदकों का चयन किया गया. पारदर्शी प्रक्रिया से चयन किया गया. एक-एक आवेदकों के दस्तावेजों की जांच की गयी. जहां से अधिक आवेदन प्राप्त हुआ था वहां ड्राॅ द्वारा फैसला लिया गया.