बुलबुल की हत्या के िलए दी थी 50 हजार की सुपारी

खुलासा. रामजाने व उसका पिता रमेश है फरार रमेश की भाभी थी बुलबुल एसएसपी कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में बोले एसएसपी मनोज कुमार भागलपुर : बरारी थाना क्षेत्र के मायागंज चौक गेट से 50 मीटर की दूरी पर 27 सितंबर 2017 को महिला को दौड़ा कर चाकूओं से गोद कर की हत्या के मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2017 5:15 AM

खुलासा. रामजाने व उसका पिता रमेश है फरार

रमेश की भाभी थी बुलबुल
एसएसपी कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में बोले एसएसपी मनोज कुमार
भागलपुर : बरारी थाना क्षेत्र के मायागंज चौक गेट से 50 मीटर की दूरी पर 27 सितंबर 2017 को महिला को दौड़ा कर चाकूओं से गोद कर की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. तीनों इस हत्या में शामिल रहे. एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि बेटे व बाप ने मिल कर अपनी भाभी की हत्या की साजिश रची. 50 हजार रुपये की सुपारी देकर हत्यारों की मदद से अपनी भाभी की हत्या करा दी. साजिश का सूत्रधार रामजाने व उसका पिता रमेश हरि अभी भी फरार है.
अपने कार्यालय में गुरुवार को दोपहर बाद आयोजित पत्रकारवार्ता में एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि जांच और वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने बड़ी खंजरपुर के गौरव हरि, सुरखीकल के बमबम यादव और नीलकंठ नगर के मिथिलेश हरि को बरारी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. एसएसपी के अनुसार गौरव और बमबम पहले भी जेल जा चुके हैं. मिथिलेश ने पूछताछ में बुलबुल हत्याकांड में खुद की संलिप्तता स्वीकार की है. इस हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त रमेश हरि और उसका बेटा रामजाने हरि साहेबगंज झारखंड निवासी हैं.
27 सितंबर को बुलबुल देवी की हुई थी हत्या.
27 सितंबर 2017 को तातारपुर थानाक्षेत्र के काजवली चक निवासी बुलबुल देवी अपने पति के साथ मायागंंज हॉस्पिटल परिसर स्थित एसबीआइ ब्रांच में सास के खाते में जमा रुपये की निकासी प्रक्रिया काे पूरी करने के लिए आयी थी. जेएलएनएमसीएच के पास उसकी हत्या कर दी गयी थी. बाद में घटनास्थल पर पहुंचे मृतका के बेटे ने पुलिस को बताया था कि उसके उसके चाचा रमेश हरि व चचेरा भाई रामजाने निवासी साहेबगंज, झारखंड ने उसके मां की हत्या की है. इस मामले में रमेश हरि व रामजाने के खिलाफ बरारी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था.
जमीन व छह लाख रुपये पर थी नजर
बुलबुल देवी की हत्या के पीछे उसके सास द्वारा खरीदी गयी जमीन और उसके बैंक खाते में जमा छह लाख रुपये को कारण बताया गया है. पुलिस की जांच में पता चला है कि रमेश हरि का भाई और मृतका बुलबुल का पति गणेश हरि दिमागी रूप से साधारण व्यक्ति है. जबकि बुलबुल देवी तेज तर्रार थी. यहीं घर की संपत्ति और पैसों का हिसाब-किताब रखती थी. रमेश और गणेश की मां के बैंक खाते में जमा छह लाख रुपये और उसके द्वारा खरीदी गयी जमीन पर रमेश की नजर थी.
इसी वजह से बुलबुल देवी की हत्या की साजिश रमेश हरि और उसके बेटे रामजाने ने रची. एसएसपी श्री कुमार ने बताया कि इस कांड के उद्भेदन के लिए सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर के नेतृत्व में पुलिस की टीम बनायी गयी थी जिसमें बरारी थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह, एएसआइ मदन मोहन यादव, एएसआइ कामेश्वर सिंह, अन्य सशस्त्र बल और डीआइयू के कर्मी को शामिल गया गया था.

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