स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ मिले संस्कार
भागवत कथा के लिए भागलपुर पहुंचे ब्रह्मर्षि किरीट भाई ने कहा भागलपुर : धर्म की चर्चा करना पर्याप्त नहीं है. देश में अब ऐसा कोई स्कूल नहीं, जहां बच्चों को संस्कार सिखाये जाते हैं. समाज के लिए व्यक्ति का निर्माण जरूरी है. व्यक्ति का निर्माण तभी संभव है, जब बच्चा संस्कारित होगा. यहां के स्कूलों […]
भागवत कथा के लिए भागलपुर पहुंचे ब्रह्मर्षि किरीट भाई ने कहा
भागलपुर : धर्म की चर्चा करना पर्याप्त नहीं है. देश में अब ऐसा कोई स्कूल नहीं, जहां बच्चों को संस्कार सिखाये जाते हैं. समाज के लिए व्यक्ति का निर्माण जरूरी है. व्यक्ति का निर्माण तभी संभव है, जब बच्चा संस्कारित होगा. यहां के स्कूलों में बच्चों को साक्षर बनाया जाता है. शिक्षा मिलती है, लेकिन संस्कार नहीं मिलता है. उक्त बातें ब्रह्मर्षि किरीट भाई ने प्रेसवार्ता में कही. उन्होंने कहा कि भारत में अधिकतर अभिभावक तीन वर्ष के बच्चों को स्कूल में पढ़ाने लगते हैं.
जापान में पांच वर्षों तक बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान दिया जाता है. इसके बाद उन्हें पढ़ाना शुरू होता है. व्यवस्था तभी बदलेगी, जब व्यक्ति का निर्माण होगा. उन्होंने देश में बढ़ रहे तथाकथित बाबाओं पर कहा कि 1974 से आजतक 14 तथाकथित बंदी गृह में है. उन पर कलियुग का प्रभाव है, जबकि देश में सात लाख महात्मा हैं.
द्वारिकापुरी में हो फॉगिंग व ब्लीचिंग का छिड़काव
श्रीमद्भागवत कथा आयोजन समिति के संजीव कुमार शर्मा लालू ने कहा कि महीनों से द्वारिकापुरी कॉलोनी में ब्लीचिंग व फॉगिंग नहीं कराया गया है. नगर आयुक्त को हजारों भक्तों के हित में फॉगिंग व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराना चाहिए.