आठ नामजद व 1000 अन्य की गिरफ्तारी के लिए अभियान तेज

भागलपुर: रेल रोको आंदोलन में पकड़े गये तीन नामजद आराेपित छात्रों को जेल भेज ही दिया गया है. अब अन्य की गिरफ्तारी के लिए रेल पुलिस जिला पुलिस के साथ मिल कर अभियान चला रही है. इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. पकड़े गये छात्रों ने आंदोलन में शामिल लगभग 150 छात्रों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2017 11:57 AM
भागलपुर: रेल रोको आंदोलन में पकड़े गये तीन नामजद आराेपित छात्रों को जेल भेज ही दिया गया है. अब अन्य की गिरफ्तारी के लिए रेल पुलिस जिला पुलिस के साथ मिल कर अभियान चला रही है. इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. पकड़े गये छात्रों ने आंदोलन में शामिल लगभग 150 छात्रों का नाम बताया है. इसके अलावा नामजद आरोपितों के फेसबुक और अन्य सोशल ग्रुप के माध्यम से पुलिस उनके साथियों का नाम जुटा रही है. सोमवार को भी देर रात विभिन्न इलाकों में छापेमारी की गयी.

इधर पुलिस आंदोलनकारियों के समर्थन में आये लोगों और संगठनों के संबंध में भी जानकारी जुटा रही है. आंदोलन से उनके कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं. रेल सूत्रों के अनुसार इस आंदोलन को रेल मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है. विभाग ने माना है कि इस आंदोलन से देश में रेल को नुकसान हुअा है. कई रूट में रेल परिचालन पर असर पड़ा. बता दें कि पिछले शुक्रवार को रेलवे में बहाली पर रोक और निजीकरण के विरोध में छात्रों ने उग्र आंदोलन किया था. इस दौरान छात्रों ने नौ घंटे तक रेलवे स्टेशन को अपने कब्जे में रखा था. पांच ट्रेनों को रोक दिया था और स्टेशन पर तोड़फोड़ सहित ट्रेन चालकों के साथ मारपीट व रेल पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की थी. इस मामले में रेल पुलिस ने 11 नामजद सहित 1000 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की है.

रेल पुलिस अब बाकी नामजद आरोपित छात्रों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चला रही है. रेल पुलिस की मानें, तो नामजद तीन आरोपितों से कड़ी पूछताछ में डेढ़ सौ से ज्यादा छात्रों का नाम सामने आया है. अब पुलिस नामजद आरोपितों के सोशल मीडिया पर फ्रेंड लिस्ट खंगाल रही है, ताकि आंदोलन में सहयोगी छात्रों काे चिह्नित किया जा सके.
कई गायब हुए सोशल मीडिया से : सोशल मीडिया से पहचान की जानकारी मिलने के साथ ही आंदोलन में शामिल कई ने खुद को सोशल मीडिया से दूर कर लिया है. जानकारों के अनुसार कई के फेसबुक बंद हो चुके हैं. पर पुलिस साइबर एक्सपर्ट से मदद ले रही है. फिर बेपरवाह हुई रेल पुलिसछात्रों के आंदोलन की जानकारी रेल पुलिस और रेल प्रशासन को पहले से थी, पर कोई सटीक व्यवस्था नहीं की गयी थी. घटना के बाद एक दिन कड़ाई की गयी, पर पुन: सोमवार को रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में गिनती भर रेल पुलिस नजर आयी. वह भी सभी केवल प्लेटफॉर्म एक पर ही थे. प्रवेश द्वारा पर रेल पुलिस की तैनाती नहीं थी. जिसके चलते कोई भी बेरोक-टोक आता-जाता रहा.

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