जांच में सामने आयी बात
बिंदी पूर्व में करती थी एक लड़के से बात लड़के की शादी होने के बाद दोनों के बीच समाप्त हो गयी थी बातचीत इसी मोबाइल को लेकर बिंदी के भाई संतोष और गांव की एक लड़की के बीच हुआ था झगड़ा मां के लिए रो रही बिंदी, कह रही मुझे मां से मिला दो बिंदी […]
बिंदी पूर्व में करती थी एक लड़के से बात
लड़के की शादी होने के बाद दोनों के बीच समाप्त हो गयी थी बातचीत
इसी मोबाइल को लेकर बिंदी के भाई संतोष और गांव की एक लड़की के बीच हुआ था झगड़ा
मां के लिए रो रही बिंदी, कह रही मुझे मां से मिला दो
बिंदी को नहीं बताया गया कि उसके परिवार के तीन सदस्य नहीं रहे
तीन-चार दिनों में घर आ सकती है बिंदी
नवगछिया : पीएमसीएच में चले लंबे इलाज के बाद होश में आयी बिंदी को यह पता नहीं है कि उसकी दुनिया अब पहले जैसी नहीं रही. न तो मां रही जो दुनियादारी की बातों से उसे सचेत करेगी, न पिता का संबल रहा और न ही दीदी-दीदी कहकर पुकारने वाला छोटू. बिंदी को अभी इनकी मौत के बारे में नहीं बताया गया है. उसे बताया गया है कि परिवार वाले उसके ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं.
बिंदी कह रही है हमरा घोर पहुंचाय द. उसके भाई संतोष और अखिलेश जब मिलने पहुंचे तो दोनों से मां-पता और भाई छोटू की खैरियत पूछी. दोनों भाइयों को भी बिंदी की हालत देखकर झूठ बोलना पड़ा. यही नहीं नवगछिया पुलिस और पटना पुलिस को भी बिंदी से इस सच को उसके जीवन के लिए छुपाने कहा गया. लेकिन बिंदी को मां से मिलना है,
पिता के साथ मछली भात खाना है, छोटू से झगड़ना है. वह बार-बार कह रही है, आबे हमरा घोर पहुंचाय द. होश आने पर शुरू में बिंदी कुछ भी नहीं बोल रही थी. लेकिन, बाद में उसने सबकुछ बताया. इस दौरान वह हर पुलिस पदाधिकारी से उसे घर भेज देने की गुहार लगा रही थी.
पीड़ित परिवार की बढ़ायी गयी सुरक्षा. तिहरे हत्यकांड के खुलासे के बाद पुलिस बिंदी और उसके परिवार की सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है. एसपी ने बताया कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए गांव में दो पुलिस पदाधिकारी के साथ छह जवान प्रतिनियुक्त किये गये हैं. बिंदी के भाई संतोष राम व अखिलेश कुमार के साथ एक-एक जवान दिया गया है. पीएमसीएच में इलाजरत बिंदी की सुरक्षा में नवगछिया से एक टीम लगायी गयी है. पटना से भी उसकी सुरक्षा में पुलिस प्रतिनियुक्त की गयी है.
बिंदी को सुरक्षित जगह रखने पर विचार
नवगछिया एसपी पंकज सिन्हा ने कहा कि जब बिंदी घर पहुंचेगी और वहां माता-पता और भाई की मौत के बारे में पता चलेगा, तो उसे गहरा सदमा लगेगा. लेकिन उसे एक दिन इस सच का सामना करना ही पड़ेगा. घर लौटने के बाद बिंदी को सुरक्षित जगह पर रखने के लिए भी पुलिस विचार कर रही है.
डॉक्टर से हुई बात के अनुसार तीन-चार दिनों में उसे डिस्चार्ज करने की संभावना है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसे तत्काल घर ले जाया जा सकता है कि नहीं इस बारे में डॉक्टर से सलाह ली जायेगी. पटना में बिंदी नवगछिया पुलिस और पटना पुलिस की कड़ी सुरक्षा में है. उसके साथ हमेशा एक महिला पुलिस पदाधिकारी रहती है. उसकी हालत अब काफी ठीक है.